लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को साफ कह दिया है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने ये भी कहा कि बसपा पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतेगी।
मायावती ने लखनऊ में कहा कि चुनाव के नजदीक आते ही भाजपा और राज्य में अन्य प्रतिद्वंद्वी दल जनता को लुभाने के लिए नाटक कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी और भाजपा में कोई अंतर नहीं है। वे एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। वे सिर्फ चुनाव को हिंदू-मुस्लिम का मामला बनाना चाहते हैं। हमें विश्वास है कि हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा, जैसा हमें 2007 में मिला था।
मायावती ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि यूपी की जनता उनके द्वारा किए गए चुनावी वादों पर विश्वास नहीं करने वाली है। अगर कांग्रेस ने अपने चुनावी वादों का 50 प्रतिशत भी पूरा किया होता, तो वो केंद्र, यूपी और देश के अधिकांश राज्यों में सत्ता से बाहर नहीं होती।
मायावती ने ये भी कहा कि सीएम योगी की तरह उनका भी कोई परिवार नहीं है, इसलिए सर्वसमाज ही उनका परिवार है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आज ये पार्टी 40 फीसदी टिकट देने की बात कर रही है, लेकिन विधानसभा और लोकसभा में 35 फीसदी महिला आरक्षण तक नहीं दे सकी।
मायावती ने सपा और बीजेपी के उन दावों पर चुटकी भी ली, जिसमें सपा ने 400 सीट के बारे में कहा था और बीजेपी ने 300 सीटों की बात की थी। उन्होंने कहा कि इस तरह तो चुनाव आयोग सीटों की संख्या एक हजार कर दे। मायावती ने इन दोनों पार्टियों के दावे को खोखला बताया।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि अगर बीजेपी को जनता की चिंता होती तो पेट्रोल-डीजल की कीमत नहीं बढ़ती और महंगाई भी नहीं बढ़ती। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता मुझे पांचवी बार सीएम बनाना चाहते हैं।
मायावती ने ये भी कहा कि चुनाव में हार के डर की वजह से सरकार की ओर से पेट्रोल की कीमत कम की गई है, लेकिन जनता इसका जवाब देगी।