दिल्ली । स्वर्ण मंदिर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का प्रयास करने वाले युवक के शव का 72 घंटे के लिए पोस्टमार्टम नहीं हो पाएगा। उसके शव को सिविल अस्पताल के शवगृह में पहचान के लिए रखा गया है। वहीं थाना ई-डिवीजन की पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने धारा 295A, 307 IPC के तहत केस दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही दरबार साहिब के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
थाना ई-डिवीजन की एसएचओ सतिंदर कौर ने बताया कि शव को सिविल अस्पताल में रखा गया है। युवक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। नियमों के अनुसार 72 घंटे तक शव को पहचान के लिए रखा जाना जरूरी है। पहचान नहीं हुई तो शव का पोस्टमार्टम होगा और संस्कार किया जाएगा। अगर पहचान हो जाती है और पारिवारिक सदस्यों के सामने आते ही पोस्टमार्टम कर दिया जाएगा।
देर रात एसजीपीसी कार्यालय के बाहर से उठे सिख संगठन
घटना के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी (एसजीपीसी) कार्यालय के बाहर सिख संगठन इकट्ठे हो गए थे, जिन्होंने शव को उनके हवाले करने या शव को उनके सामने रखने की जिद्द की। सिख संगठनों का कहना था कि युवक अभी जिंदा है और पुलिस उसे बचाने की कोशिश कर रही है। लेकिन अंत में पुलिस के आश्वासन और सिख संगठनों के अधिकारियों के शव को सिविल अस्पताल में पहुंच जाने की पुष्टि के बाद धरने को देर रात उठा दिया गया।
थाना ई-डिवीजन में दो एफआईआर
इस घटना के बाद पुलिस ने रविवार सुबह केस दर्ज कर लिया। पहले रात में ही दो एफआईआर थाना ई-डिवीजन में दर्ज कर चुकी थी। एक शिकायत बेअदबी के किए गए प्रयास के खिलाफ है। वहीं दूसरी शिकायत मारे गए युवक को लेकर दर्ज की गई है। यह मामले फिलहाल अज्ञात पर ही दर्ज हैं। पुलिस अधिकारियों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने अभी कुछ भी कहने से मना किया है। उनका कहना है कि छानबीन चल रही है, जल्द सूचित किया जाएगा।