दिल्ली । आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि देश की राजनीति में इस वक्त न कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जरूरत है और न पीएम नरेंद्र मोदी की जरूरत है। संजय सिंह ने कहा कि दोनों ही उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। पीएम मोदी की तरफ इशारा करते हुए संजय सिंह ने कहा कि एक को 8 साल देख लिया है, वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, चाहे किसानों की बात हो या फिर दो करोड़ रोजगार पैदा करने की बात हो। बीजेपी को हराने के लिए क्या आदमी पार्टी कांग्रेस से हाथ मिला लेगी? इस पर संजय सिंह ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस देश की जनता से हमारा गठबंधन है, हम अभी इसी पर फोकस कर रहे हैं और इसी पर काम कर रहे हैं।”
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह एबीपी न्यूज के साथ बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि देश की राजनीति में इस पीएम मोदी की ज्यादा जरूरत है या फिर राहुल गांधी की। संजय सिंह ने कहा, “जो अपेक्षाएं प्रधानमंत्री जी से थीं उन्होंने उसे पूरा नहीं किया। राहुल गांधी से भी लोगों की अपेक्षा धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है।”
संजय सिंह से ज्ञानवापी मामले को लेकर सवाल किया गया कि इसका हल क्या कोर्ट के जरिए निकलेगा या फिर आपसी बातचीत से इसका हल निकलेगा? इस पर आप सांसद ने कहा, “आपसी बातचीत से समाधान सबसे अच्छा विकल्प है। लेकिन समझौता नहीं हो रहा है तो कोर्ट ही माध्यम है। इसको लेकर कोई झगड़ा, लड़ाई और विवाद बाहर करना ठीक नहीं है।”
राज्यसभा सांसद से जब पूछा गया कि देश के स्तर पर आम आदमी पार्टी का दुश्मन नंबर एक कौन है- भाजपा या कांग्रेस? संजय सिंह ने इस पर कहा, “जो सत्ता में होता है, लड़ाई उसके खिलाफ ही होती है। कांग्रेस न सत्ता में है और न आने वाले दिनों में दूर-दूर तक सत्ता में आने वाली है। राजस्थान में हमारी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ लड़ रही है।” प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की आम आदमी पार्टी में वापसी की संभावनाओं पर उन्होंने कहा, “मैं अकेले फैसला लेने वाला व्यक्ति नहीं हूं, उसके बारे में पार्टी ही फैसला लेगी। क्या उन लोगों की वापसी की इच्छा है? यह इस पर भी निर्भर करता है।”