नोएडा । काफी दिनों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार सेक्टर- 93ए स्थित सुपरटेक के जुड़वां टावर रविवार 28 अगस्त दोपहर ढाई बजे ही गिराए जाएंगे। इसके लिए सभी विभागों से मंजूरी मिल चुकी है। आखिरी बैठक के बाद जेट डिमोलिशन और एडिफिस को हरी झंडी दे दी गई है। ढांचागत ‘आडिट रिपोर्ट’ के आधार पर ही एक्स्टर-1 और 2 के खंभे, बीम और कालम को मिलाकर 57 प्वांइट पर काम पूरा कर लिया गया। दोनों टावर में वायरिंग का काम पूरा हो चुका है। विस्फोट से पहले इसे ‘फाइनल ट्रिगर बाक्स’ से जोड़ा जाएगा। 10 से 0 तक की उल्टी गिनती के बाद विस्फोट होगा और इमारत जमींदोज हो जाएंगी।
एसआइटी की रिपोर्ट पर 24 के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला
चार अक्तूबर को प्राधिकरण ने एसआइटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर लखनऊ विजिलेंस में 24 अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। इसमें सुपरटेक समूह के चार निदेशक और दो वास्तुविद नामजद हुए। इनमें से कार्यरत तीन, बिमला सिंह तत्कालीन सहयुक्त नगर नियोजन, रितुराज व्यास तत्कालीन सहायक नगर नियोजक और अनीता तत्कालीन वास्तुविद सहायक को निलंबित किया गया।
…और बढ़ती गई तारीख
31 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने 30 नवंबर 2021 तक जुड़वां टावर को ढहाने का निर्देश दिया, इसके बाद 22 मई 2022 नई तारीख तय की गई।
20 फरवरी को एडिफिस और जेट डिमोलिशन ने जगह का निरीक्षण कर काम शुरू किया।
10 अप्रैल 2022 को परीक्षण विस्फोट किया गया।
21 अगस्त नई तारीख दी गई, विस्फोटक के लिए एनओसी और सीबीआरआइ ने मंजूरी नहीं दी थी, अब 28 अगस्त को हो रहा है ध्वस्तीकरण
कई दिन तक हवा रहेगी प्रदूषित
ध्वस्तीकरण के कई दिन बाद तक वातावरण में प्रदूषण का असर रह सकता है ऐसे में वहां आसपास रहने वाले लोगों को सुबह घूमना कुछ दिन के लिए बंद करना पड़ेगा। घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना होगा। ज्यादातर अंदर रहने की कोशिश करनी होगी। प्रदूषण कम होने पर ही बाहर जाएं। प्रदूषण कब तक रहेगा ये मौसम पर निर्भर करेगा। हवा और बारिश रहने पर प्रदूषण जल्द दूर हो जाएगा।
31 अगस्त तक जुड़वां टावर क्षेत्र नो फ्लाई जोन घोषित : टावर गिराए जाने के दौरान आसपास की सोसायटी में रहने वाले लोगों को अपनी छतों और बालकनी पर जाने कि इजाजत नहीं हैं। साथ ही दोनों टावर के आसपास के क्षेत्र को नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
जुड़वां टावर गिरते देखने के लिए बच्चों में उत्साह
नोएडा में सुपरटेक के जुड़वां टावर के सामने पार्क में बैठा 14 वर्षीय मोहम्मद जुल्फिकार अपने दोस्तों को बता रहा है कि किस तरह विशाल जुड़वां टावर रविवार को ताश के पत्तों की तरह ढह जाएंगे। सौ मीटर ऊंचे टावर को दूर से देखते हुए 10 वर्षीय इरफान ने कहा, ‘हम भीड़ से बचने के लिए रविवार तड़के ही यहां पहुंच जाएंगे और इस जगह से दोनों टावर को गिराने का दृश्य बिल्कुल साफ दिखाई देगा।
इस कार्रवाई से जुड़ी जटिलताओं से बेपरवाह पास के गांव गेझा की झुग्गी-बस्ती में रहने वाले कई अन्य बच्चे रविवार को टावर गिराए जाने का दृश्य देखने को उत्सुक नजर आये। सबीना खानम (16), जिनकी मां ट्विन टावर से सटे सुपरटेक ‘एमराल्ड कोर्ट’ के एक फ्लैट में काम करती हैं, जैसे अन्य लोगों को लगता है कि यह विडंबना है कि इमारतों को तोड़ा जा रहा है जबकि कई लोगों को छत मयस्सर नहीं है।
Sabhar jansatta