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बस्तीउतर प्रदेश

मदरसा आधुनिक शिक्षक मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर:: जिला अध्यक्ष अ.भा.म.आ

  • इस योजना के अंतर्गत 40 प्रतिशत हिंदू टीचर तो 60 प्रतिशत मुस्लिम टीचर हैं कार्यरत
बस्ती ।अखिल भारतीय मदरसा आधुनिकीकरण जिला अध्यक्ष मेहंदी हसन ने बताया कि बच्चों को शिक्षा देकर समाज की मुख्य धारा में लाने वाले उत्तर प्रदेश के 21546 मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को पिछले पाँच सालों से मानदेय/वेतन नही मिलने की वजह से मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों में केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश व्याप्त है। वेतन नहीं मिलने की वजह से मदरसा शिक्षक भुखमरी के शिकार हो रहे है एवं इलाज के अभाव में दम तोड रहे हैं। लेकिन *केन्द्र व प्रदेश सरकार के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कान पर जू तक नही रेंग रहा है।* जिससे कारण प्रधानमंत्री के मंसा पर पाने फेर रहे अधिकारी एंव कर्मचारी *’सबका साथ सबका विकास का नारा और सबका विश्वास* आधुनिक शिक्षको के लिये बेमानी साबित हो रही है। शिक्षकों को पिछले पांच सालों से सिर्फ आश्वासन ही हाथ लग रहा है जबकि मदरसा शिक्षक एक-एक कर मानसिक तनाव एवं बीमारियों से ग्रसित हो कर इलाज के अभाव में सौ से अधिक मदरसा शिक्षकों की आर्थिक तंगी की वजह से दर्दनाक मौत हो चुकी है। इन शिक्षकों की माली हालत बद् से बद्तर हो गई है।
आधुनिकीकरण योजना देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई जी की ड्रीम योजना थी जिसके माध्यम से उन्होंने अल्पसंख्यक समाज के लोगों को मुख्यधारा में लाने का सपना देखा था तथा वर्तमान केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री ने भी समय-समय पर अल्पसंख्यक समाज के शैक्षिक एवं सामाजिक उत्थान हेतु निरंतर प्रयास की बात कही है परंतु दुर्भाग्य का विषय है कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही से सबका साथ सबका विकास एवं सबका विश्वास के मिशन पर पानी फिर रहा है | इसीलिए मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों के संगठनों ने बकाया केंद्र सरकार के 5 साल के बकाये मानदेय को तत्काल जारी करने की मांग की है।
जहां एक तरफ केंद्र एवं प्रदेश सरकार मदरसों में तरह-तरह के जांच के नाम पर मदरसा शिक्षा स्तर को सुधारने की बात कर रही है तो वही मदरसों में दो दशक पूर्व से तैनात आधुनिक विषय पढ़ाने वाले करीब पच्चीस हजार आधुनिक मदरसा शिक्षकों को पिछले 5 वर्षों से वेतन ना मिलने के कारण मुफलिसी की जिंदगी जी रहे हैं। जिससे इनकी माली हालत दिनों दिन खराब होती चली जा रही है। इन मदरसा शिक्षकों की माली हालत बहुत ही खराब है। यह ना तो अपने बच्चों, बीबी, मां-बाप, भाई-बहन की जिम्मेदारियों को पैसे की आर्थिक तंगी के कारण जिम्मेदारी उठा पा रहे हैं और ना ही बीमार होने पर इन लोगों का इलाज करवा पा रहे हैं। इस महंगाई के जमाने में पांच वर्षों से वेतन ना मिलने के कारण आर्थिक तंगी के शिकार हो रहे हैं।
मदरसा आधुनिकीकरण संघ के बस्ती जिला अध्यक्ष मेहंदी हसन ने कहा कि अगर हम लोगों का बकाया वेतन जल्द से जल्द जारी नहीं किया जाता है तो हम लोग के तरफ से जल्द से जल्द सड़क से लेकर संसाद तक धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होने पडेगा।

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