आलेख- मोहम्मद सईद पठान
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस दुनिया भर में हर साल 3 मई को मनाया जाता है। यह दिवस विश्वभर में संविधानीक तथा मीडिया स्वतंत्रता की महत्वपूर्णता को जागृत करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर के लोग मीडिया की आजादी के महत्व को समझते हैं और उनके समर्थन में एकजुट होते हैं।
मीडिया स्वतंत्रता एक आधारभूत मानव अधिकार है जो संविधान द्वारा दिया गया है। यह स्वतंत्रता संचार की आजादी को दर्शाता है जिसमें लोग स्वतंत्र रूप से विचारों तथा विचारों को व्यक्त कर सकते हैं। मीडिया आज समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है जिसमें समाचार, विचारों तथा ज्ञान को बाँटा जाता है।
मीडिया स्वतंत्रता की आवश्यकता देश के संविधान में उल्लिखित है। इसका मकसद जनता को सच्ची जानकारी देना होता है जो उनके व्यक्तिगत तथा सामाजिक विकास में मदद करती है। संविधान द्वारा मीडिया को स्वतंत्रता तथा निष्पक्षता बनाये रखने के साथ ही, मीडिया स्वतंत्रता समाज के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ होती है। यह समाज को सही जानकारी और सच्ची खबरें प्रदान करती है और उसके साथ-साथ उसे सामाजिक समस्याओं के बारे में जानकारी देती है। इससे समाज में जागरूकता बढ़ती है और समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम उठाए जा सकते हैं।
लेकिन, इस स्वतंत्रता को हमेशा निष्पक्षता और सच्चाई के साथ बनाए रखना जरूरी है। यह इसलिए है क्योंकि गलत खबरें फैलाने और झूठी जानकारियों को फैलाने के द्वारा मीडिया अपनी संवैधानिक उपाधि खो सकती है। इसलिए, मीडिया को स्वतंत्रता के साथ संवैधानिक निष्पक्षता और सच्चाई की रक्षा करनी चाहिए।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस एक अवसर है जब हम संवैधानिक मूल्यों और मीडिया स्वतंत्रता के महत्व को समझते हैं। इस दिन पर हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मीडिया स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए हम सभी के साथ योगदान देना जरूरी है। हम सभी को मीडिया स्वतंत्रता के साथ संवैधानिक मूल्यों के समर्थन करना चाहिए ताकि हमारे समाज में स्वतंत्र मीडिया और स्वतंत्र सोच की संरचना बनी रहे। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि मीडिया स्वतंत्रता और संवैधानिक निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए निरंतर जागरूक रहना चाहिए।
इस विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर हमें इस बात का भी विचार करना चाहिए कि हम मीडिया के अलावा अपने आप को भी सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ाने के लिए क्या कर सकते हैं। हम लोगों को सही जानकारी की तलाश करना चाहिए और सोशल मीडिया पर फैली झूठी खबरों से बचना चाहिए। हम लोगों को मीडिया के अलावा भी दृष्टिकोण रखना चाहिए और संदेहास्पद सूचनाओं या फिर खबरों के सत्यापन के लिए निष्पक्ष स्रोतों का उपयोग करना चाहिए।
संक्षेप में कहा जाए तो, विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिलाता है कि स्वतंत्र मीडिया और संवैधानिक निष्पक्षता एक लोकतंत्र के लिए कितने महत्वपूर्ण होते हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं मिशन सन्देश के संपादक हैं)