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महाराष्ट्र

जानिए : जमीयत उलेमा-ए हिन्द द्वारा “सद्भावना मंच के गठन का असली मक़सद

फ़ोटो सोर्स-सोशल मीडिया

नासिक : लगभग 100 वर्षो से धर्मनिरपेक्षता और अखंडता के लिए देश के लोगों को एकता के सूत्र में बांधे हुए सेवाएं प्रदान करने वाले संगठन जमियत उलेमा-ए हिन्द के बैनर तले और रिलेक्सो डोम्सवेयर के नेतृत्व में एक सद्भावना मंच का गठन किया गया है ।

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रिलेक्सो डोम्सवेयर कंपनी के डायरेक्टर अब्दुल्ला खान ने बताया कि ऐसे समय में इस संगठन की स्थापना हुई जब अम्न और शांति को ठेस पहुचाने वाली देश में कई अलगाव वादी तथाकथित शक्तियां अपना वर्चस्व बनाये देश के लोगों को बांटकर उस नारे को कलंकित कर रहीं है जिसमे कहा गया है,हिन्दू, मुस्लिम,सिक्ख, ईसाई आपस मे सब भाई भाई ।

अब इस सद्भावना मंच के माध्यम से भारत के कोने कोने में संगठन के लोग जाएंगे और लोगों के बीच,, नीच ऊंच हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आपस में सब भाई भाई के नारे को फिर से ताकत देने के लिए जनमानस को जागरूक करेंगे ।

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मंच को साझा करते हुए सभी धर्मों के लोगों ने कहा, ऐसे समय में ऐसे मंच की स्थापना देश के लिए बड़ी आवश्यकता थी जिसे आज जमीयत-उलेमा-ए हिन्द और रिलेक्सो डोम्सवेयर कंपनी ने पूरी कर दी है, बस जरूरत है तो ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लाना,

इस अवसर पर जमीयत-उलेमा-ए हिन्द के सदर ने कहा सद्भावना मंच का मुख्य उद्देश्य है कि साम्प्रदायिकता को खत्म कर सभी धर्मों के धर्मगुरुओं को एक मंच पर लाकर अम्न शांति का माहौल उत्पन्न करना, ताकि सभी समाज के लोग अपने धर्मो मे आस्था रखते हुए देश प्रेम और समाज प्रेम की भावना से प्रेम बंधुत्व का जीवन यापन कर सकें और देश, समाज को समृद्धशाली बना सकें ।

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उपस्थित उलमाओं सहित सभी ने आज की जरूरत बताया,और कहा कि हम इस मंच के माध्यम से देश के सभी धर्मावलंबियों को एक होकर इस मंच से जुड़ें ।

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सद्भावना मंच के सभी पदाधिकारियों ने देश में भाईचारा लाकर साम्प्रदायिकता को खत्म कर देश को अखण्ड भारत के रूप में कायम रखने के लिए सपथ ली और कसम खाई कि इस देश से साम्प्रदायिकता को खत्म करके रहेंगे ।

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लेकिन देखना यह है कि यह मंच देश मे एकता अखंडता को बढ़ावा देने में कितना कामयाब होता है, क्योकि आज के समय मे जब राजनीतिक संरक्षण प्राप्त तथाकथित शक्तियां धार्मिक कट्टरता की खातिर कुछ भी कर गुजरने को व्याकुल हैं, और ऐसे समय मे जब सरकार भी अंकुश लगाने में नाकामयाब दिखाई दे रही है तो बहुत बड़ी चुनौती भरा कदम है,और ऐसी शक्तियां सद्भावना मंच को कामयाब न होने देने के लिए कुछ भी कदम उठा सकती हैं, लेकिन सबसे बड़ी ताकत देश की वो जनता है जो देश मे अमन शांति चाहती है, ऐसे लोगों ने अगर सद्भावना मंच का हिस्सा बनकर खड़े हुए तो अमन शांति को ठेस पहुचाने वाली ताकतों को कमजोर किया जा सकता है, ।

इस अवसर पर धार्मिक गुरू रमन गिरि महाराज धर्म धाम आश्रम त्र्यंबकेश्वर , डां रमेश गायकवाड़ जे एन यू दिल्ली , फादर विजय गोनसालकिस हाली क्रास चर्च नाशिक , गियानी जगविन्दर सिंह गुरु राम दास गुरुद्वारा पंचवटी , भंते आर्य नाग पांडोलेना विहार , भंते संघरत्न , किरन मोहिते , मुफ्ती अब्दल्लाह , मौलाना सलीम चिश्ती सिडको आदि गणमान्य उपस्थित रहे ।

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