राजेश्वर प्रसाद की कलम से
Mission Sandesh Digital Desk :
संतकबीरनगर के रहने वाले गंगा सिंह सैथवार जो कभी ठेकेदारी किया करते थे और NHI में बड़ा ठेका पाकर मालामाल हुए और राजनीति की तरफ चल पड़े बीजेपी कार्यकर्ता से अपनी पहचान बनाई लेकिन 2016 के विधानसभा चुनाव में जब खलीलाबाद सदर सीट से भाजपा से टिकट नही मिला तो राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता लेकर खलीलाबाद सदर से विधानसभा चुनाव में ताल ठोकी,लेकिन इसमें इन्हें बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था ।
इधर एक चेहरा दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे का ,दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे समाज के वह चेहरा थे जिनका साधारण तरीके से रहना,जरूरमंद लोगो की निस्वार्थ मदद ,साधारण से साधारण आमन्त्रित में जाना, हर वर्ग के लोगो मे ढलना , उनकी समाजिक लोक प्रियता दिन प्रति दिन संत कबीर नगर में बढती जा रही थी वही दूसरी तरफ R L D के अध्यझ गंगा सिंह अपनी ताकत एक विशेष वर्ग फोकस कर जैसे ठान लिया हो कि हम दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे को आगे नही निकलने देंगे । सबसे पहले राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यझ ,दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे की खास पैठ पर सेध लगानी चालू कर दी।
काफी हद तक राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यझ इसमे कामयाब भी हुए जहा कभी मुख्य अतिथि दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे हुआ करते थे अब वहां राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यझ मुख्य अथिति बनाये गए । ऐसा नज़ारा देखने को मिला ग्राम बैरम पुर जहां हर बर्ष नागपंचमी के दिन कुश्ती प्रतियोगिता होती है वहां के हर बर्ष मुख्य अथिति दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे हुए करते थे । हर बर्ष की भांति एक बर्ष जब कुश्ती प्रतियोगिता में अपने समर्थकों के साथ पहुचते है तो वहाँ का नजारा कुछ और था कुर्सी वही मुख्य अथिति बदल गए थे अब वहा के मुख्य अतिथि दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे नही राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष गंगा सिंह सैथवार थे। ऐसा नजारा देखने के बाद भी जरा सा भी बिचलित हुए बगैर उस साधारण कुर्सी पर बैठ गए जो कुर्सी कुश्ती व्यवस्थापक ने मुहैया कराई।
सिलसिला चलता रहा लेकिन दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे कि लोकप्रियता बढने के बजाय कम नही हुई । माहौल गर्म था सभी पार्टियां अपनी अपनी सरकार बनाने की होड़ में लगी थी। ऎसे में बीजेपी हाई कमान गोपिनियता विधायक उम्मीदवार का सर्वेक्षण करा रही थी सर्वेक्षण रिपोर्ट हाई कमान को पहुचती है जिसमे दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे का कद ऊँचा पाया जाता है बीजेपी के विधायाक उमीदवार लोगो को जब यह पता चलता है तो बीजेपी के हित मे को देखते हुए दिग्विजय नारायण उर्फ चौबे को उम्मीदवार समर्थक करने लगे ।
https://youtu.be/keHnoIEzPfo
मनाने की प्रक्रिया अध्यक्ष गंगा सिंह से भी की गई लेकिन छोटी छोटी कामयाबी में की चकाचौद में गंगा सिंह मानने को तैयार ही नही हुए औऱ वह दिन आ गए थे 7,1,2016 को बीजेपी का परिवर्तन रथ संत कबीर नगर में आया, उसके स्वगात में दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे के समर्थक काटे पहुंच कर यह जता दिया था कि पार्टी दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे को विधायक उम्मीदवार चुन कर कोई गलती नही की है,
वही अध्यक्ष गंगा सिंह ने पार्टी के परिवर्तन रथ रोक कर स्वागत करना चाहा तो शायद पार्टी के है कमान को गंगा सिंह के मन मे पल रहे विरोध को जानते थे इसलिए पार्टी परिवर्तन रथ के कमान ने गंगा सिंह को पार्टी हित के लिए उनके स्वागत को नकारते आगे निकल गए ।
उस समय भी राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष का समय उज्जवल था, पार्टी अपने कार्यकर्ता के सम्मान को समझती थी लेकिन औऱ विधायक उम्मीदवार पार्टी मे रह गए। वही गंगा सिंह ने पार्टी ही बदल कर बीजेपी पार्टी को औऱ चुनौती दे डाली। गंगा सिंह सैथवार के समर्थकों को यह भ्रम बन गया था कि अगर विधायक गंगा सिंह नही तो दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे भी नही होंगे ।
,औऱ बीजेपी ओटकटवा के नाम से मशहूर हो गए ,वह समय भी आ गया विधायक चुनाव में विधायक डंका बजा कर दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे विधायकी सीट जीत चुके और राष्ट्रीय लोक दल के गंगा सिंह को बुरी तरह मुँह की खानी पड़ी तब उनके समर्थकों का भ्रम टूट गया, जो विधायकी का दावा कर रहे थे उनसे अच्छा वोट तो पार्टियों के डमी उम्मीदवार लाये ।
राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष गंगा सिंह ने अपने राजनीति कैरियर को औऱ किरकिरी करा लिए ,तब से राष्ट्रीय लोक दल के पुर्वी अध्यक्ष सदर विधायक से तना तनी करते रहे,और जब भी उनको सदर विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे को झुकाने का मौका मिलता है उस मौके को राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष गंगा सिंह राजनीति जामा पहनाने से नही चूकते ।
एक निजी स्कूल के तोड़फोड को राजनीति शक्ल देकर सत्ता नशा माफिया कह डाला लेकिन यह क्यो भूल गए कि एक अध्यापक अपने निजी स्वार्थ लिए अपने बाहरी समर्थको के साथ न जाने कितने माशूम बच्चो के जान को दांव पर लगा दिया उस उपद्रव में आप के घर का कोई बच्चा पडा होता तो क्या आप उसका समर्थन करते।
उन छोटे मासूमो का हाल क्यो नही जानने की कोशिश किये जो डर से कई दिन तक सहमे थे । वाकई सत्ता नशे में चूर परिवार रहता तो एक तिनका कोई नुकसान नही कर पाता मगर उस परिवार को नुकसान से ज्यादा अपने स्कूल के बच्चों की फ़िकर थी औऱ वह नुकसान ना देखते अपने स्कूल के बच्चों को सुरक्षित कर ले गए जिन्हें एक अध्यापक ने अपने समर्थकों के साथ उपद्रव कर दिया था।
राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वीअध्यक्ष गंगा सिंह सैथवार द्वारा 8,9,2019 को pm, औऱ cm का पुतला फूंक कर sp संतकवीर नगर के द्वारा मानयीय महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश को विज्ञप्ति देते है जिसमे यह दिखाया जाता है कि उदय प्रताप चतुर्वेदी अपने दो समर्थको के साथ दो बच्चों का अपहरण कर सदर विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे के सामने बर्बरता पुर्बक मारते है
वही 8,9,2019 को sp संत कवीर नगर के दिये विज्ञप्ति में यह दिखाया जाता है कि राकेश चतुर्वेदी अपने समर्थकों के साथ
एक बच्चे को सदर विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे के सामने बर्बरता पुर्बक मार कर घायल कर देते है एक विज्ञप्ति में उदय प्रताप चतुर्वेदी मार रहे है औऱ एक विज्ञप्ति में राकेश चतुर्वेदी क्या यह भर्म की स्थिति नही होती है यह प्रशासन विवेचना
का मामला है राष्ट्रीय लोक दल पूर्वी अध्यक्ष के दिये विज्ञप्ति पर मुकदमा दर्ज किया जाता हैं
उसके बाद 11,9,2019 को राष्ट्रीय लोक के पूर्वी अध्यक्ष गंगा सिंह सैथवार अपने फेस बुक ,वाट्सअप, के जरिये एक मैसेज लिखते है जिसमे H R P G संतकवीर नगर के छात्र व छात्र
नेताओ को अपने निवास स्थान ग्राम अतरौरा में बुलावा करते है
छात्र व छात्रनेता उतसुक्ता बस राष्ट्रीय लोक दल केपूर्वी अध्यक्ष निवास स्थान पर एकित्रत होते है राष्ट्रीय लोक दल पुर्वीअध्यक्ष शायद यह भूल गए थे कि जिस तरह एक अध्यापक अपने कुछ समर्थको के साथ इतना उत्पात करा दिया ।
उसी तरह हम छात्र छात्रनेताओ
के साथ आगे की राजनीति बनायेगे लेकिन यह क्यो भूल गए कि यह बच्चे स्कूल के नही महाविद्यालय के छात्र है जो अपना भला बुरा अच्छी तरह समझते है जब महाविद्यालय के छात्र छात्र नेताओं को यह आभास होता है राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष अपने निजी स्वार्थ के लिए छात्र शक्ति का गलत फायदा उठाना चाहते है तो राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष गंगा सिंह सैथवार के खिलाफ छात्र नेता विरोध प्रकट कर नारेबाजी करने लगते है जिसमे छात्र व राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष समर्थकों के बीच तू तू मैं मैं के बीच मारपीट शुरू हो जाती है
जिसमे घायल छात्र sp संत कवीर नगर से मिलकर राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष गंगा सिंह के खिलाफ मारपीट की तहरीर देते है जिसमें राष्ट्रीय लोक दल के पूर्वी अध्यक्ष गंगा सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है
राजेश्वर चंद्र
दिनांक 15,9,2019