बस्ती । अनिल शुक्ला की रिपोर्ट
बिना नाली व सडक निर्माण पूरा हुए ही जेई ने बना बना दिया पूरे भुगतान का बिल।
नगर पंचायत कार्यालय से भी कट गया चेक।
जानकारी होने पर ईओ ने आनन फानन में भुगतान रोकवाया।
मामला कसबे के वार्ड 1- अंबेडकरनगर मे एन.एच.28 हाईवे से ॐ मातेश्वरी हास्पिटल तक जाने वाले रास्ते के किनारे जल निकासी के लिए नाली व इंटरलाकिंग सड़क के निर्माण के लिए 5लाख 63 हजार रुपये का टेंडर हुआ था।स्टीमेट के आधार पर पूरी सड़क को उखाड़ कर स्टोन ब्लास्ट डालकर सड़क को ऊंची करके 60 प्रतिशत इंटर लॉकिंग ईंट बदलने के साथ ही रिटर्निंग वाल की मरमत व करीब 100 मीटर नया नाला व ढक्कन बनाना था।ठेकेदार ने बिना सड़क उखाड़े ही पुरानी सड़क व आधी अधूरी नाली का कार्य कराकर जेई व नगर पंचायत के कुछ कर्मियों से मिलकर फर्जी एमवी व बिल तैयार कराकर भुगतान के लिये भेज दिया।जिम्मेदारों ने भी आंख मूंदकर जीएसटी व अन्य कटौती करते हुए करीब 4 लाख 65 हजार का चेक ठेकेदार को भुगतान के लिये बैंक में भेज दिया।विना कार्य पूरा हुए ही भुगतान होने की भनक जब मुहल्ले के लोगो को हुई तो किसी ने अधिशासी अधिकारी को हुए गड़बड़झाले के बारे में बताया।जिस पर ईओ ने मौके का निरीक्षण किया और मामला सही पाए जाने पर भुगतान रोक दिया।ठेकेदार को जारी हुए चेक की धनराशि वापस नगर पंचायत के खाते में जमा कराने का निर्देश दिया।इस मामले में अधिशासी अधिकारी गणेश कनौजिया ने बताया कि गलती से चेक कट गया था वापस करा लिया गया है। स्टीमेट गलत बन गया था जितना कार्य मौके पर हुआ हैं उसी का स्टीमेट बनाकर भुगतान होगा।जेई ने बताया कि पूरा मामला संज्ञान में नही है फ़ाइल देख कर बता पाऊंगा उनसे जब पूंछा गया कि बिना निर्माण देखे ही कैसे बिल बन गया तो कहा ऐसा नही हो सकता,ईओ साहब से बात करूँगा।