बस्ती से अनिल शुक्ला की रिपोर्ट
हरियाणा व महाराष्ट्र सहित चार अन्य राज्यों के चुनाव परिणाम पर क्षेत्र के नरायनपुर गांव में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी ने भाजपा को आपेक्षित परिणाम न मिलने को सत्ता के अहंकार का परिणाम बताया उन्होने कहा कि भगवान हों या जनता जनार्दन के रुप में इंसान अहंकार को बर्दास्त नहीं करते ये सत्ता के अहंकार का ही परिणाम है कि बिहार व पंजाब उपचुनाव में जहां भाजपा का खाता नहीं खुला वहीं गुजरात व उत्तरप्रदेश में भी कोई खास सफलता नहीं मिली हरियाणा व महाराष्ट्र में तो जनता ने इनके दावों का जनाजा निकाल दिया इन्हें 75 व 200 की आधी सीटें मुश्किल से मिलीं दरसल 2014 व 2017 में कार्यकर्ताओं के अथक मेहनत से आशा से अधिक सीट मिलने के बाद भाजपा आपेक्षा से अधिक सीटों को जीतने का दावा करने लगी रोटी,कपडा और मकान व भय, भूख,भ्रस्टाचार के मुद्दे को भूल जनता को राष्ट्रवाद व विश्वगुरू तथा सपनों के भारत का हसीन सपना दिखाने लगी पर जनता को सपनों में अधिक दिनों तक भ्रमित नहीं किया जा सकता अपितु शिक्षा चिकित्सा रोजगार सडक सुरक्षा जैसे बुनियादी समस्याओं के समाधान हेतु काम की जरुरत है जिसे सत्ता के नशे में भुला दिया गया फलतःआज हरियाणा ही नहीं महाराष्ट्र में भी सरकार बनाने में व्यवधान दिख रहा है जिस तरह पिछले विधानसभा चुनाव में अमितशाह ने शिवसेना को उपेक्षित किया था सम्भव है कि आज शिवसेना उसका बदला मुख्यमंत्री पद की मांग करके ले वर्तमान चुनाव परिणाम एक चेतावनी है यदि अब भी जन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो कांग्रेस मुक्त की जगह जनता मोदी योगी भाजपा मुक्त भारत बना सकती है