बस्ती से अनिल शुक्ला की रिपोर्ट :
बस्ती । जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कार्यों में लापरवाही पाए जाने पर रुधौली सीडीपीओ अलीमुन्निसा तथा गौर सीडीपीओ निशा श्रीवास्तव को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया है। उन्होंने डीपीओ को निर्देश दिया कि दोनों सीडीपीओ के सर्विस बुक में प्रतिकूल प्रविष्टि चस्पा कर प्रमाण पत्र दें। जिला पोषण मिशन की समीक्षा बैठक में उन्होंने पाया कि रुधौली में कोई भी अतिकुपोषित बच्चा एनआरसी को नही भेजा गया है। इसके अलावा पिछले माह में केवल नौ अतिकुपोषित बच्चे ग्रीन श्रेणी में आए हैं। पूरे वर्ष में 4444 अतिकुपोषित में से 1846 बच्चे ही ग्रीन श्रेणी में आए हैं, जो कि जिले में सबसे कम है। यहां ‘सैम’ बच्चों की संख्या शून्य है। इससे स्पष्ट है कि अधिकारियो-कर्मचारियों द्वारा कार्य मे रूचि नही ली जा रही है।
बैठक में गौर की सीडीपीओ निशा श्रीवास्तव अनुपस्थित पाई गई। उनके क्षेत्र में भी अतिकुपोषित बच्चों को पोषित की श्रेणी में बेहद कम पाया गया। पिछली बैठक में गौर की सीडीपीओ से स्पष्टीकरण तलब किया गया था जिसका उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। सीडीपीओ के क्षेत्र में 61 प्रतिशत बच्चे अभी भी अतिकुपोषित हैं। जिलाधिकारी ने इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में प्रति सप्ताह प्रत्येक बच्चे को आयरन की गोली खिलाने की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि जो बच्चा सोमवार को स्कूल नहीं आता है उसे दूसरे दिन अवश्य गोली खिलाई जाए। उन्होंने 3 सदस्य समिति गठित किया है जो आयरन की गोली खिलाने की व्यवस्था की जांच कर 15 दिन मे गोलियां वितरित की जा जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ रहें अन्यथा संबंधित सीडीपीओ के ऊपर कार्रवाई की जाएगी।
लापरवाही के आरोप में “सीडीपीओ को डीएम ने दिया” प्रतिकूल प्रविष्टी
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