-अब तक जिले के दो अस्पतालों को मिल चुका है कायाकल्प अवार्ड
-सीएचसी पीएचसी श्रृंखला के कायाकल्प अवार्ड की प्रक्रिया प्रारम्भ
संतकबीरनगर ।
बेहतर स्वास्थ्य इकाईयों को प्रदेश स्तर पर दिए जाने वाले कायाकल्प अवार्ड की प्रक्रिया शुरु हो गई है। इसमें सीएचसी / पीएचसी श्रृंखला में जिले की पांच स्वास्थ्य इकाईयां प्रतिभाग करेंगी। जिले की दो स्वास्थ्य इकाइयों को यह अवार्ड पूर्व में ही मिल चुका है।
जिले के क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर डॉ अबू बकर का कहना है कि जिले की पांच स्वास्थ्य इकाइयों को इस वर्ष कायाकल्प अवार्ड के लिए भेजा जा रहा है। इसमें सीएचसी हैसर, सीएचसी सेमरियांवा, ब्लाक पीएचसी बघौली, ब्लाक पीएचसी पौली तथा अरबन हेल्थ सेण्टर मगहर शामिल हैं। इन सारी इकाइयों को पूरी तरह से संतृप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि ये आन्तरिक मूल्यांकन के चरण को पार कर सकें। इसके लिए आवश्यक सुविधाओं से इन पीएचसी व सीएचसी को लैस किया जा रहा है। वहीं सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह का कहना है कि जिले की सभी स्वास्थ्य इकाइयां इस प्रकार के प्रदर्शन करें ताकि उन्हें भी कायाकल्प अवार्ड मिल सके। जिन सुविधाओं की भी जरुरत हो वे इसके बारे में मुझे जानकारी दें। उनकी हर आवश्यकता को पूरा किया जाएगा। धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।
*बघौली के निरीक्षण के दौरान व्यवस्था सुधारने के निर्देश*
कायाकल्प अवार्ड प्रतियोगिता में प्रतिभाग के लिए होने वाली आवश्यक जरुरतों को पूरा कराने के लिए एसीएमओ आरसीएच डॉ मोहन झा ने मंगलवार को बघौली ब्लाक सीएचसी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने वहां पर लेबर रुम, दवा वितरण की व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, लैब और आपरेशन थियेटर में मौजूद सामानों को देखा तथा वहां के अधीक्षक को जरुरी सुविधाओं के साथ ही ओपीडी व साफ सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। इस दौरान उनके साथ जिले के क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर डॉ अबू बकर भी मौजूद रहे।
*ब्लाक पीएचसी बघौली को दो बार मिला अवार्ड*
जिले की ब्लाक पीएचसी बघौली को कायाकल्प अवार्ड दो बार मिल चुका है। पहले यह पुरस्कार 2016 – 17 में मिला था। इसके पश्चात 2017 – 18 में भी इस इकाई को कायाकल्प अवार्ड मिला। इस बार भी सीएचसी पीएचसी की चल रही मानीटरिंग मे ब्लाक पीएचसी बघौली को कायाकल्प अवार्ड के लिए भेजा जा रहा है।
*जिला अस्पताल को भी कायाकल्प में भेजने की तैयारी*
जिला संयुक्त चिकित्सालय के क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर डॉ फैजान बताते हैं कि जिला अस्पताल इकाइयों को अवार्ड के लिए भेजे जाने के लिए तैयारी की जा रही है। वर्ष 2017- 18 में जिला अस्पताल को भेजा गया था। लेकिन जब आन्तरिक मूल्यांकन हुआ तो जिला अस्पताल आवश्यक अर्हता 70 प्रतिशत को पार नहीं कर पाया। लेकिन इस बार जब जिला स्तरीय इकाइयो के कायाकल्प अवार्ड की श्रृंखला में जिला संयुक्त चिकित्सालय का आवेदन फिर भेजा जाएगा।