- मध्य प्रदेश में कमलनाथ की विदाई और बीजेपी की वापसी
- जुलाई 2019 में कर्नाटक में कुमारस्वामी हुए थे सत्ता से बाहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकसभा की दूसरी पारी जीतने के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद हैं. पिछले दस महीनों में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में हारी हुई दो राज्यों की बाजी को अपने नाम कर लिया है. बीजेपी ने कांग्रेस के दो राज्यों की सत्ता को अपने नाम कर लिया है. लोकसभा चुनाव के फौरन बाद बीजेपी ने पहले कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के हाथों से सत्ता छीनी तो अब मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया है.
मध्य प्रदेश में पिछले 17 दिनों से चल रहे सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को कमलनाथ ने राजभवन जाकर राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा सौंप दिया है. इसी के साथ मध्य प्रदेश की कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी सरकार की सत्ता से विदाई हो गई है. इस्तीफे से पहले कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी को शासन के लिए 15 साल मिले थे और जनता ने हमें पांच साल के लिए चुना था, लेकिन साजिश के तहत महज 15 महीने दिए गए.
ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश से कमलनाथ की विदाई, 15 महीने बाद फिर लौटेंगे शिवराज?
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मैदान में उतरी थी और कांग्रेस ने कमलनाथ की अगुवाई में चुनाव लड़ा था. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 114, बीजेपी ने 109, बसपा ने 2, सपा ने 1 और चार निर्दलीय जीते थे. कमलनाथ ने सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी.