मेयर ने कहा कि उचित प्रबंधन नहीं हुआ तो आगरा भारत का वुहान बन सकता है. उन्होंने स्थिति को विस्फोटक बताते हुए कहा है कि डायलिसिस और समूचित उपचार के अभाव, जांच न हो पाने के कारण मरीज मर रहे हैं.
कोरोना के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है. उत्तर प्रदेश में आगरा कोरोना का केंद्र बना हुआ है. उत्तर प्रदेश में कोरोना के लगभग 1800 मामले हैं, वहीं अकेले आगरा में ही 371 मरीज हैं. आगरा कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में शीर्ष पर है. इस बीच अब आगरा में बिगड़ते हालात को लेकर मेयर की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा गया पत्र सामने आया है.
मुख्यमंत्री योगी को 21 अप्रैल को पत्र लिखकर मेयर नवीन जैन ने अव्यवस्था का आरोप लगाया है. उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने में स्थानीय प्रशासन को नाकाम बताते हुए कहा है कि क्वारनटीन सेंटरों में कई-कई दिन तक मरीजों की जांच नहीं हो पा रही. क्वारनटीन सेंटरों पर भोजन-पानी का उचित प्रबंध भी नहीं है. मेयर ने तब यह भी कहा था कि उचित प्रबंधन नहीं हुआ तो आगरा भारत का वुहान बन सकता है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस लेटर को ट्वीट करते हुए टेस्टिंग पर ध्यान देने को जरूरी बताया है. प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आगरा शहर में हालात खराब हैं और रोज नए मरीज निकल रहे हैं. आगरा के मेयर का कहना है कि अगर सही प्रबंध नहीं हुआ तो मामला हाथ से निकल जाएगा. प्रियंका ने मेयर के पत्र को सकारात्मक रूप से लेने और तुरंत कदम उठाए जाने को महत्वपूर्ण बताया है.
उन्होंने कहा है कि पारदर्शिता बहुत जरूरी है. कोरोना को रोकना है तो फोकस सही जानकारी और सही उपचार पर होना चाहिए. गौरतलब है कि मेयर ने स्थिति को विस्फोटक बताते हुए कहा है कि डायलिसिस और समूचित उपचार के अभाव, जांच न हो पाने के कारण मरीज मर रहे हैं. सरकारी अस्पताल में कोरोना को छोड़कर अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का उपचार भी नहीं हो रहा. प्राइवेट अस्पतालों में केवल खानापूर्ति की हो रही है. दवाएं न मिलने के कारण लोग परेशान हैं.
आगरा के मेयर ने सब्जी, फल, दूध और राशन आदि की डोर स्टेप डिलीवरी पर भी सवाल उठाए और कहा है कि इसके दावे तो किए जा रहे, लेकिन जनता तक यह वस्तुएं सही से पहुंच नहीं पा रहीं. जहां कहीं उपलब्ध हैं, वहां जमकर कालाबाजारी हो रही है. उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाल पा रहे. वरिष्ठ अधिकारी अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे. केवल फोटोग्राफी करा रिकॉर्ड मेंटेन किया जा रहा है.
नवीन जैन ने स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता के कारण सरकार की छवि धूमिल होने का जिक्र करते हुए कहा है कि जनता भाजपा की सरकार और जनप्रतिनिधियों को कोस रही है. उन्होंने स्थिति को अधिक गंभीर बताते हुए कड़े कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया है. बता दें कि आगरा को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मॉडल तक बताया जाने लगा था.
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