कानपुर , पाकिस्तान से आए टिड्डियों का एक दल यूपी में भी प्रवेश कर चुका है और उन्नाव में हमला भी बोल चुका है। यहां कई बीघा मक्के की फसल चट करने से किसानों की लाखों की चपत लग चुकी है। जीपीएस और गूगल मैपिंग से टिड्डी समूह की निगरानी की जा रही है और इस समय एक समूह झांसी के आसपास देखा गया है। यूपी में टिड्डी के दो दलों के प्रवेश करने की सूचना मिल रही है।
कहाँ से आया टिड्डी समूह
टिड्डियों का ये दल पाकिस्तान से भारत में आया है। तीन दलों में बंटी टिड्डियां अबतक गुजरात, आरक्षित और मध्यप्रदेश में हमला कर चुके हैं। यहाँ पर कई बीघा फसल चट करने के बाद अब यूपी में प्रवेश कर गए हैं। बीते दिन उन्नाव में एक टिड्डी समूह ने हमला किया है। उन्नाव में टिड्डियों ने आसीवन और सफीपुर क्षेत्र के कई किसानों को लाखों की चपत लगाते हुए कई बीघे मक्का और गन्ने की फसल चट कर गए हैं। इसके साथ कानपुर, मथुरा, आगरा, झांसी, इटावा और कन्नौज में भी मंडरा रहा है। इन जिलों में भी जारी किए गए थे।
रात में हमला करता है, जल्द ही हवा की दिशा में फिर से उड़ान भरता है
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार 25 किमी प्रतिघंटा की उपज से हवा की दिशा में उड़ने वाला टिड्डी का समूह रात में हमला करता है। एक टिड्डी दल आठ से दस घंटे में लगभग सौ किमी का सफर करता है। एक बार भोजन के बाद जब सौ किमी उड़ता है और फिर भूख लगती है वहीं के क्षेत्र में पड़ने वाली फसल को चट कर जाती है। बताया गया है कि टिड्डी दल रात में पेड़ और फसलों पर ही बैठता है और फिर सूर्य की पहली किरण निकलते ही फिर से उड़ान भरता है।उन्नव के डिप्टी डायरेक्टर कृषि डॉ। नंदकिशोर ने बताया कि मौजूदा समय में टिड्डियों के दो दल उड़ रहे हैं, उनकी लोकेशन चेक करने के लिए झुंड को Google और जीपीएस के माध्यम से भी कवर किया जा रहा है। यह रात में खेतों पर बैठकर फसल चट करने के बाद सुबह उड़ान भरने में लग जाती है। ऐसे कीटों की आयु अलग-अलग व्यक्तियों के गणना से होती है।
दल टूटने से तीन हिस्से में बंटे टिड्डी
पाकिस्तान से आने के बाद टिड्डियों का दल टूट कर तीन भागों में बंट गया है। एक समूह लगभग सवार किमी, दूसरे दो दल लगभग साढ़े तीन किलोमीटर परिक्षेत्र में उड़ रहा है। माना जा रहा है कि एक किमी क्षेत्र वाले समूह में एक करोड़ से भी ज्यादा टिड्डियां हैं। इसमें प्रथम समूह झांसी सीमा से मध्यप्रदेश के छतरपुर से महोबा में प्रवेश द्वारा हवा की दिशा में चला गया तो फतेहपुर से प्रयागराज की ओर जा सकता है। वहीं दूसरे समूह बीना के पास देखा गया है, जिसके जालौन से आकर हमीरपुर की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं तीसरे समूह जयपुर में देखा गया है, जो हवा की दिशा में चलकर आगरा से इटावा, कन्नौज, कानपुर और उन्नाव की तरफ बढ़ रहा है।
प्रशासन ने जारी किया एलर्ट
टिड्डी दल के हमले को देखते हुए शासन के निर्देश पर कृषि विभाग ने गांवों को खोजने के साथ ग्रामीणों को प्रशिक्षण करने शुरू कर दिया। कानपुर के जिलाधिकारी डॉ। ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कृषि व राजस्व अफसरों को सभी व्यवस्थाजाम करने के आदेश दिए हैं और कानपुर में समीक्षा जारी कर दी है। कानपुर के उप निदेशक कृषि धीरेंद्र सिंह ने बताया कि लगातार टिड्डी दल पर नजर रखी जा रही है।
रिहायशी इलाके में मचाया कोहराम, बचाव में
मप्र और राजस्थान के रिहायशी इलाकों में भी टिड्डी दल कोहराम मचा चुका है। इससे बचाव के लिए प्रशासन ने कई निर्देश जारी किए हैं। नगर पालिक व नगर पंचायत में पानी के टैंकर भर कर रखे जाते हैं। दमकल वाहनों को पानी से भरकर तय स्थानों पर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर इनका प्रयोग किया जा सके। उपनिदेशक कृषि किसानों से बातचीत करके पांच-पांच ट्रेक्टर प्रत्येक विकास खंड में उठाए गए हैं। जिला उद्यान अधिकारी सब्जी उत्पादक किसानों को सावधान करते हैं। बलुई मिट्टी की जुताई द्वारा जलभराव करा दें इससे टिड्डियों के विकास की संभावना कम हो जाती है। वहीं किसानों को निर्देश दिए गए हैं कि टिड्डियों को केवल जोर जोर से शोर मचाएं, खाली टिन के डिब्बे, प्लेट व ताली बजाने के साथ खेतों में धुंआ करें।
स्रोत जेएनएन