लखनऊ। उत्तर प्रदेश शासन ने मंगलवार को 10 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार प्रदेश के नए एडीजी कानून व्यवस्था बनाए गए हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे 1993 सलाखों के आईपीएस राजीव सब्बरवाल को मेरठ जोन का एडीजी बनाया गया है।
मौजूदा एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री को विजिलेंस की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। वह चार्ज डीजी के रूप में काम करेंगे। पहले सितंबर को रामाशास्त्री डीजी के पद पर प्रोन्नत हो जाएंगे। डीजी विजलेंस की जिम्मेदारी अभी तक मौजूदा डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी के पास थी।
लंबे समय से महिला पावर लाइन में एडीजी अंजू गुप्ता को मेरठ पीटीएस भेजा गया है। उनके स्थान पर प्रतीक्षारत चल रहा था नीरा रावत को एडीजी महिला पावर लाइन बनाया गया है। एडीजी सुरक्षा दिनेश जुनेजा को एडीजी कार्मिक की जिम्मेदारी दी गई है।
वहीं एलवी एंटनी देव कुमार को सीबीसी में भेज दिया गया है। एडीजी पीएसी बिनोद कुमार सिंह को एडीजी सुरक्षा का अतिरिक्त पदभार सौंप गया है। लक्ष्मी सिंह बनी लखनऊ रेंज की नई आईजी पीटीएस मेरठ में तैनात लक्ष्मी सिंह को लखनऊ रेंज का आईजी बनाया गया है।
लक्ष्मी सिंह इससे पहले डीआईजी आगरा और मेरठ के पद पर तैनात रह चुके हैं। लक्ष्मी सिंह को एसटीएफ का भी अच्छा खासा अनुभव है। लखनऊ रेंज के आईजी रहे एसके भगत को गृह विभाग में सचिव के पद पर तैनात किया गया है। हाल के दिनो में यह पहला मौका है जब शासन में दो-दो आईपीएस अधिकारियों को तैनाती दी गई है।
भगवान स्वरूप पहले से सचिव गृह के रूप में काम कर रहे हैं। अब एसके भगत को भी गृह विभाग में सचिव के पद पर तैनाती दी गई है। दिलचस्प बात यह है कि गृह विभाग में मौजूदा समय में एक भी आईएएस सचिव के रूप में कार्यरत नहीं हैं।
धाकड़ आईपीएस के रूप में होती है प्रशांत कुमार की पहचान
एडीजी कानून व्यवस्था बनाए गए प्रशांत कुमार की पहचान धाकड़ आईपीएस के रूप में होती है। 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार लगभग तीन साल से मेरठ जोन के एडीजी थे। उनके एडीजी रहते हुए सबसे अधिक एनकाउंटर मेरठ जोन में ही हुए।
प्रशांत कुमार मेरठ रेंज में 2007 में डीआईजी के पद पर तैनात रह चुके हैं। उन्हें मिर्जापुर, फैजाबाद (अब अयोध्या) और सहारनपुर रेंज में तैनाती का अच्छा अनुभव रहा है।
प्रशांत भदोही, पौड़ी गढ़वाल (अब उतराखंड का हिस्सा), सोनभद्र, जौनपुर, गाजियाबाद, फैजाबाद (अब अयोध्या), बाराबंकी और सहारनपुर जिलों में कप्तान के रूप में काम करने का मौका मिल चुका है।