- कोरोना संकट पर राहुल गांधी की विशेष चर्चा
- दो बड़े एक्सपर्ट्स से बात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कोरोनावायरस के मसले पर दुनिया के दो बड़े एक्सपर्ट से बात की। इस दौरान कोरोनावायरस के असर, लॉकडाउन से पहुंची चोटों पर भी चर्चा हुई। इसी चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशीष झा से एक सवाल किया, वो भी हिंदी में अपने अंदाज़ में। राहुल गांधी ने पूछा था कि भईया, ये बताइए कि वैक्सीन कब आएगी?
राहुल गांधी: भैया, ये बताइए वैक्सीन कब आएगी ?
प्रो झांग: तीन देशों में उम्मीद है कि जल्द ही आगी, लेकिन पूरी तरह से उम्मीद है कि अगले साल तक वैक्सीन खुद हीगी।) भारत को इसके लिए योजना बनाना होगा, क्योंकि भारत को 50 करोड़ से अधिक वैक्सीन बनानी है।
गौरतलब है कि अभी अमेरिका, अमेरिकी प्रशांत, इजरायल जैसे देशों में वैक्सीन को लेकर काम चल रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में इसकी टेस्टिंग भी शुरू हो गई है, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के अंत तक वैक्सीन आ सकती है।
हालांकि, कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले साल तक केवल वैक्सीन आ फाउंडगी है। क्योंकि सफल टेस्टिंग और पूरी लंबी प्रक्रिया के बाद इतनी बड़ी मात्रा में वैक्सीन बनाना भी काफी मुश्किल होगा।
दूसरी ओर भारत में भी कई टीमें वैक्सीन बनाने पर काम कर रही हैं, जिनको भारत सरकार की ओर से भी लगातार मदद मिल रही है। ऐसे में अगर भारत में ही कोरोनावायरस की वैक्सीन सबसे पहले बन जाए तो हैरानी की बात नहीं होगी।
एक्सपर्ट के साथ चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कोरोनावायरस के असर, लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी हो रही लोगों पर बात की। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी, लेकिन ये लोग को एक साथ लाने का काम भी करेंगे। क्योंकि आज हर कोई जाति-धर्म को भूल कर कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।
राहुल गांधी बोले कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को एक नीति पर काम करना होगा। क्योंकि कोरोनावायरस की असली लड़ाई ज़मीन पर लड़ी जा रही है।