लखनऊ . मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हर जिले की पहचान उसके कारोबारी हुनर से होगी. इतना ही नहीं, इस हुनर को देश-विदेश में नई पहचान मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार की तरफ से एक विशेष अभियान भी चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत, कारोबारियों को सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए का कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा.
जिससे, कारोबारी अपनी उत्पादन गुणवत्ता को अधिक बेहतर बना सकें. उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (One District-One Product) के नाम से एक योजना की शुरूआत भी है. इस योजना में मुगलों ( Mughal) की निशानी इनले वर्क (पच्चीकारी) को भी शामिल किया गया है.
योजना के तहत, एक जिले से एक कारोबार को लिया गया है. लेकिन,आगरा कारोबार के साथ इनले वर्क को भी लिस्ट में जगह दी गई है. जानकारों के मुताबिक इनले वर्क का सालाना कारोबार करीब 5 सौ करोड़ रुपये का है. मार्बल पर कीमती रत्नों और पत्थरों को जोड़ने की कला को पच्चीकारी कहते हैं. ताजमहल (Tah Mahal) में इसे जगह-जगह देखा जा सकता है.
आगरा में पच्चीकारी से जुड़े हैं 25 हज़ार कारीगर