धनघटा-सन्त कबीर नगर।
भ्रष्टाचार जिस तीव्र गति से फल फूल रहा उस पर मौजूदा सरकार में अंकुश लगना असंभव सा दिखाई पड़ रहा है।
भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं।
भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवाज़ को लगातार कुचला जा रहा है।
आपको बता दें कि धनघटा तहसील क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत कर्मा निवासी जीतबहादुर मौर्य ने ग्राम प्रधान के विरूद्ध वित्तीय अनियमितता की शिकायत जिलाधिकारी से सशपथ किया था।
जिसकी जांच करने सोमवार को जिला पशु चिकित्साधिकारी टीपी मिश्र व अतुल सिंह अवर अभियंता लोक निर्माण खण्ड2 उक्त ग्राम में पहुंचे। जांच अधिकारियों ने शिकायत में दर्ज बिन्दुओं की जांच को दरकिनार करते हुए ग्राम प्रधान के मनम्वाफिक जांचकर खानापूर्ति किए हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि जांच अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से ग्राम प्रधान के आपराधिक इतिहास के बारे में अवगत कराने के बाद भी पुलिस बल के साथ जांच नहीं की गई।
नतीजतन ग्राम प्रधान के गुर्गों ने शिकायत कर्ता के घर में घुसकर मारा पीटा व मां बहन की गालियां दीं।
भ्रष्टाचार की पोल खुलती देख ग्राम प्रधान ने अपने पुराने आपराधिक कृत्य का फिर से परिचय कराया है।
ग्राम प्रधान पति निजामुद्दीन पुत्र शब्बीर व इनके परिजन शब्बीर पुत्र सज्जाद, सज्जाक पुत्र बहादुर ने शब्बीर पुत्र सज्जाक बशीर पुत्र सज्जाक जिसने मार्च 1992 में उपनिरीक्षक श्याम बिहारी गुप्ता थाना धनघटा को दौड़ा दौड़ा कर मारा पीटा था,दारोगा का सर्विस रिवाल्वर भी छीन लिये थे ,व इनके मनबढ़ सहयोगियों प्रेमचंद्र पुत्र मुन्नीलाल, सेबू पुत्र जबीउल्लाह,हैदर अली उर्फ सुजान पुत्र अजीज( 530/ 05 धारा 147, 323, 504 ,506 ,452 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत है ), खुर्शीद पुत्र खलीलुल्लाह इजहार पुत्र सत्तार करमा संतोष पुत्र राजदेव ग्राम पकड़ा उर्फ मोलाना चक थाना धनघटा आदि ने, जांच अधिकारियों के वापस लौटते ही जान से मारने की साज़िश के तहत घर में घुसकर कर लात घूसों से मारे पीटे और मां-बहन की भद्दी भद्दी गालियां देने लगे।
जीत बहादुर ने मंगलवार को पुुुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर को और प्रमुख सचिव गृह उत्तर प्रदेश को इस बावत प्रार्थना पत्र दिया है,और मांग किया है कि इनके आपराधिक इतिहास को देखते हुए आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाय ।