राजेश्वर चंद्र की रिपोर्ट । संत कबीर नगर । बखिरा थाना अंतर्गत जिले का सबसे पुराना पशु मेला/पशु बाजार जो जिला प्रशासन के आदेश के क्रम में अनिश्चित काल के लिए बन्द कर दिया गया है, जिस कारण क्षेत्र के किसान,पशुपालक,पशु व्यापारी भुखमरी के कगार पर पहुचने वाले है,वहीं सैकड़ो दुकानदार भी रोज़ी-रोटी बंद हो गई है,साथ ही सैकड़ो मज़दूर जो इस बाजार/मेले में मजदूरी का काम करते थे भुखमरी के कगार पर पहुँच चुके हैं ।
विदित हो कि कुछ दिनों पहले सरकारी गाइडलाइंस की अवहेलना पर कोविड 19 को देखते मेहदावल sdm ने नारायण पुर पशु बाजार को आन्निचित कल के लिए पशु बाजार लगने पर रोक लगाई थी ।
कोबिड 19 को देखते हुए भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पशु बाजार मालिक ने लोगो की सुरक्षा को देखते हुए बाजार के चारो तरफ बाउंड्री वाल और आने जाने का वाले रास्ते को सेटिनाइजर गेट में परवार्तित कर सुरक्षा को महत्व दिया अब कोई भी व्यक्ति अपने पशु के साथ बाजार में आता है तो बाउंड्री वाल होने के कारण कही से नहीं बल्कि सेनिटाइजर गेट से होकर मैदान में जाना पड़ेगा जिससे खुद सुरक्षा को लेकर दूसरे भी सुरक्षित हो सकेंगे।
बाजार बंद होने से पड़ा प्रभाव
चुकी किसान प्रधान क्षेत्र होने के कारण मुख्य रोजगार ,दूध बेचना, पशु पालन करना, पशु खरीद फरोख्त करना किसानों का रोजगार है बाजार से सैकड़ों दुकानदारों , बाजार सुरक्षा व्यवस्था कर्मचारी व पशु पालन करने वाले किसान पर रोजी रोटी की विकट समस्या आ गई है पुछने पर किसान सर्वजीत,मोहन प्रसाद, तमई, बुदिराम आदि लोगो ने बताया कि हम किसान कि मुख्य रूप से दूध बेचते है और पशु पालन करते है जिसके वजह से हमारा पशु बाजार से व्यसायिक रिश्ता जिससे हमारे परिवार की रोजी रोटी चलती थी, अगर जल्द से जल्द बाजार नहीं खुला तो हम लोग के रोजी रोटी की विकट समस्या आ जाएगी और हम और कोई और रोजगार करना भी नहीं जानते है।