संत कबीर नगर । शासन के निर्देश के क्रम मे 31 अक्टूबर दिन शनिवार को बाल्मीकि रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि की जयंती जनपद मे धूमधाम से मनाई जायेगी । इस संबंध मे मुख्य विकास अधिकारी अतुल मिश्रा ने बताया कि अयोध्या से जनकपुर जाने वाली सड़क पर स्थित धनघटा का एक प्राचीन इतिहास है ।
किंवदंतियो के अनुसार अयोध्या नरेश चक्रवती राजा दशरथ द्वारा राम विवाह के समय जनकपुर इसी मार्ग से जाना हुआ था । बारात वापसी के समय रास्ते मे धन खत्म हो जाने के कारण मजबूरी वश यहां रात बितानी पड़ी थी इसीलिए इस स्थान को लोग धनघटा के नाम से जानते है ।
रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती धूमधाम से मनाई जायेगी इस अवसर पर राम जानकी मार्ग पर पड़ने वाले बड़गो बसवारी गांव के मंदिर तथा गागरगाड़ पौली मे स्थित मंदिर पर महर्षि वाल्मीकि से संबंधित जीवन कृतियो तथा रामायण मे उद्धृत चौपाई दोहो का पाठ एवं भजन कीर्तन किया जायेगा । जिसका संचालन जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग संत कबीर नगर के द्वारा पंजीकृत कलाकारो से सांस्कृतिक कार्यक्रमो के साथ कराया जायेगा ।
इसी क्रम मे मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद के नौ ब्लाक के प्रसिद्ध मंदिरो में भजन कीर्तन व सास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा । खलीलाबाद विकास खण्ड के अन्तर्गत पांडव कालीन शिव मंदिर बाबा तामेश्वरनाथ धाम , सेमरियावा विकास खण्ड के थवइपार , बघौली ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत बालूशासन के शिव मंदिर मे भजन किर्तन कराया जायेगा । जिसकी जिम्मेदारी खण्ड विकास अधिकारियो की मौजूदगी में ग्राम प्रधानो द्वारा निभाई जायेगी ।
महर्षि बाल्मीक जयंती के इस अवसर पर होने वाले भजन कीर्तन व सास्कृतिक कार्यक्रमो को पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करने के लिए खंड विकास अधिकारियो को मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है । सभी खण्ड विकास अधिकारी अपने – अपने स्तर से महर्षि वाल्मीकि की जयंती को धूमधाम से मनवाये । इस सास्कृतिक कार्यक्रम मे किसी भी प्रकार की कोई कोताही बर्दाश्त नही की जायेगी ।