- जनपद की 10 स्वास्थ्य इकाइयों पर बनाए गए थे 25 टीकाकरण बूथ
- 375 स्वास्थ्य कर्मियों के उपर किया गया टीकाकरण का अभ्यास
संतकबीरनगर । कोविड टीकाकरण के लिए जिले की कुल 10 स्वास्थ्य इकाइयों पर टीकाकरण सत्रों का पूर्वाभ्यास सफलता पूर्वक किया गया। इस दौरान कुल 375 स्वास्थ्य कर्मियों का आभासी टीकाकरण किया गया। 25 टीकाकरण बूथों पर ड्राईरन को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए जिले के स्वास्थ्य के साथ ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पूरी तन्मयता से लगे रहे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरगोविन्द सिंह के निर्देशन में जिले की कुल 10 स्वास्थ्य इकाइयों पर ड्राइरन का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से शुरु होने वाले पूर्वाभ्यास में सभी कर्मी 15 मिनट पहले ही टीकाकरण के लिए नियत स्थान पर पहुंच गए। सभी ने अपने मोर्चे संभाल लिए। बूथों पर मौजूद पर्यवेक्षकों की निगरानी में सभी बूथों पर दूसरा पूर्वाभ्यास शुरु हुआ। इस दौरान सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह खुद डिप्टी डीआईओ डॉ ए के सिन्हा के साथ जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैसर तथा पौली में पहुंचे तथा वहां पर ड्राईरन का निरीक्षण किया। वहीं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मोहन झा मेंहदावल तथा बेलहर, यूनीसेफ के बेलाल अनवर सांथा में , डीआईओ डॉ एस रहमान बघौली व सेमरियांवा में तथा जिला मलेरिया अधिकारी वैक्सीन मैनेजर सुशील कुमार मौर्या के साथ नाथनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करते रहे। इन सभी लोगों के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण का ही परिणाम रहा कि दूसरे ड्राईरन का सफल आयोजन सम्पन्न हो सका।
अपर निदेशक स्वास्थ्य ने किया उत्साहवर्धन
टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के दौरान अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ सी के शाही ने भी विभिन्न बूथों पर जाकर वहां की स्थितियों को देखा। वहां पर तैनात कर्मचारियों को उन्होने बारीकी से सारी चीजों के बारे में बताया। जहां भी थोड़ी सी कमी दिखाई पड़ी तो उन्होने सभी को सचेत भी किया। जिला अस्पताल के हर बूथ का उन्होने निरीक्षण किया। वे नियत समय से पूर्व सुबह 9 बजे ही मुख्यालय पहुंच चुके थे। उन्होने कर्मचारियों से कहा कि धैर्य खोने की जरुरत नहीं है बल्कि धीरज के साथ टीकाकरण की आवश्यकता है।
बघौली स्वास्थ्य केन्द्र के दो बूथों पर 30 का टीकाकरण
ड्राई रन के दौरान बघौली पीएचसी पर विशेष ध्यान दिया गया। कारण यह था कि एक दिन पूर्व ही स्वास्थ्य मन्त्री का कार्यक्रम हुआ था। वहां पर निगरानी के लिए खुद जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान मौजूद थे। डॉ सियाराम यादव के निर्देशन में 2 बूथ बनाए गए थे। वहां पर डॉ सियाराम यादव ने जहां पर्यवेक्षण किया वहीं डॉ कौस्तुभ ने एएफआई की व्यवस्था संभाली, दो बूथों पर रिलीवर के साथ 8 – 8 स्वास्थ्य कर्मी लगाए गए थे। इनमें एक सेक्योरिटी पुरुष, 1 महिला, वेरीफायर के रुप में सीएचओ सुमन भारती, वैक्सीनेटर के रुप में प्रीती श्रीवास्तव व श्वेता वर्मा, मोबीलाइजर / सपोर्ट स्टाफ के रुप मे वार्ड ब्वाय प्रशान्त व आशा कार्यकर्ता संजू, आशा संगिनी सरला श्रीवास्तव तथा अन्य लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं व्यवस्था को नियोजित करने में बीपीएम दिव्या श्रीवास्तव व बीसीपीएम नन्दिनी राय ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
… और टीकाकरण के प्रतिकूल प्रभाव का भी प्रशिक्षण
टीकाकरण के ड्राईरन के दौरान एएफआई ( आफ्टर इवेंट फाओइंग इम्यूनाइजेशन ) टीकाकरण के प्रतिकूल प्रभाव का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान वे लोग जिनको टीका लग चुका था वे जानबूझकर बेहोश हुए तथा उनको वहां की क्विक रिएक्शन टीम ने तुरन्त ही आवश्यक ट्रीटमेण्ट प्रदान करने का पूर्वाभ्यास किया।
आंकड़ों में टीकाकरण का ड्राई रन
10 स्वास्थ्य इकाइयों पर किया गया आयोजन
25 बूथ बनाए गए थे ड्राई रन के लिए
175 स्वास्थ्य कर्मी लगाए गए थे बूथ पर
50 पुलिसकर्मी बूथ के इण्ट्री प्वाइण्ट पर लगे
18 लोगो की एएफआई टेकअप हुई