संतकबीरनगर~राजनीतिक चर्चाओं में हमेशा बने रहने वाले जनता के लिए हमेशा समर्पित होकर कार्य करने वाले पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देखने की घोषणा कर दी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 से उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की जिसमें वह जनता के लिए हमेशा समर्पित रहते हैं। वर्तमान में लोकसभा चुनाव के लिए उन्होंने समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार के लिए मांग की थी लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संतकबीरनगर की लोकसभा सीट पूर्व कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीकांत और पप्पू निषाद को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
जिसके बाद पार्टी के क्रियाकलापों से दूर होकर प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कहा की भारतीय जनता पार्टी छोड़ने के बाद मैंने समाजवादी पार्टी के लिए निरंतर काम किया है और उसे मजबूत बनाने के लिए ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत, नगर पालिका अध्यक्ष के प्रत्याशियों को विजय दिलाकर पार्टी को मजबूत करने का काम किया।
लेकिन उसके बावजूद भी पार्टी ने मुझे संतकबीरनगर लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार नहीं बनाया । यहां की जनता हमारे साथ है मैं अपने लोगों के साथ बातचीत करने के बाद जैसा भी निर्णय होगा आप सबके बीच जल्दी ही मीडिया के माध्यम से आप तक पहुंचा दिया जाएगा।
दूसरी तरह राजनीतिक चर्चाओं पर विश्वास किया जाय तो श्री चौबे से बसपा का जिला संगठन उन्हें बसपा में लाकर उम्मीदवार बनाने की पूरी कोशिश में लगा हुआ था, और अब भी लगा हुआ है, लेकिन इन चर्चाओं पर भी विराम लग गया, जब बसपा के शीर्ष नेतृव ने गोरखपुर के मोहम्मद आलम को संतकबीर नगर का उम्मीदवार घोषित कर दिया । अब देखना है कि सपा बसपा अपना घोषित प्रत्याशी बनाये रखती है, या फिर बदलती है।