गाजियाबाद. साइबर ठगी (cyber fraud) के शिकार (Victim) लोगों को गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) राहत देगी. पीड़ितों को बैंक, थाना या फिर साइबर सेल के चक्कर नहीं लगाने होंगे. केवल एक काउंटर से ही समाधान होगा. साइबर ठगी के शिकार लोगों से इनपुट लेकर उस पर तुंरत एक्शन भी लिया जा सकेगा. इसके लिए जिले में साइबर सेवा केन्द्र बनाया जा रहा है, यह अपने तरह का प्रदेश का पहला सेवा केन्द्र होगा, जो अगले सप्ताह शुरू हो जाएगा.
डिजीटल इंडिया होने के साथ साइबर क्राइम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान लोगों ने ज्यादातर लेन देन भी डिजीटल शुरू कर दिया है. इसी के साथ ही साइबर अपराधी सक्रिय हो गए और लोगों को निशाना बना रहे हैं. इन पर लगाम लगाने और शिकार लोगों की तुरंत मदद करने के लिए ही यह सेवा केन्द्र शुरू किया जाएगा. इस तरह कसेगा शिकंजा
अभी साइबर ठगी होने के बाद लोग बैंक, थाने और साइबर सेल के चक्कर लगाते हैं. इस बीच साइबर क्रिमिनल्स को समय मिल जाता है और वे पुलिस की गिरफ्त से बच जाते हैं. लेकिन साइबर सेवा केन्द्र तुरंत एक्शन लेते हुए आईटी एक्सपर्ट की मदद लेगा और साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ने में मदद करेगा.
अभी इस तरह होता है
ठगी के शिकार लोग स्वयं अपना कार्ड या खाता ब्लाक कराते हैं. इसमें संबंधित बैंक यह कहकर शिकार हुए व्यक्ति को लौटाता है कि पहले थाने से मुहर लगवाकर आओ. फिर उसे साइबर सेल के चक्कर लगाने पड़ते हैं. जिसमें काफी समय लग जाता है.
इस तरह मिलेगी मदद
जिले के एसपी सिटी निपुण अग्रवाल बताते हैं कि व्यक्ति सीधा साइबर सेवा केन्द्र जाकर अपना कार्ड या बैंक अकाउंट करा सकते हैं, यही से पुलिस शिकायत हो जाएगी, इसकेअलावा यहीं से मामले को साइबर सेल को ट्रांसफर कर दिया जा सकेगा. यानी साइबर ठगी की शिकार होने के बाद सीधा व्यक्ति सेवा केन्द्र जाकर तुरंत मदद ले सकेगा.