कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी ने ललितपुर, बुंदेलखंड में पीड़ित किसान परिवारों से मिलकर उनकी पीड़ा को साझा किया और उनके ऊपर लदे कर्ज़ को खुद अदा करने का वादा किया है ।
जानकारी के मुताबिक उप्र सरकार की कुव्यवस्था से उपजी खाद की कमी के चलते लाइन में खड़े-खड़े किसान की मृत्यु हो गई थी इसके अलावा खाद न मिलने के चलते परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी । सभी किसानों ने खेती के लिए भारी- भरकम कर्ज लिए थे और सरकार की नीतियों के चलते कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे थे। खाद न मिलना, मुआवजा न मिलना और फसल बर्बादी से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं
बता दें कि कुछ दिन पहले बुंदेलखंड के किसान भोगी पाल और महेश कुमार बुनकर खाद की लाइन में लगे थे। कई दिनों तक लाइन में लगे रहने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिली। लाइन में लगे-लगे उनकी हालत खराब हो गई और उनकी मृत्यु हो गई।
किसान सोनी अहिरवार और बब्लू पाल खाद न मिलने के चलते परेशान थे। उन्होंने आत्महत्या करके अपनी जान दे दी। सभी किसानों पर भारी-भरकम कर्ज है और फसल बर्बादी व मुआवजा न मिलने जैसी समस्याओं से वे परेशान थे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सभी पीड़ित किसान परिवारों से मिलकर उनकी पीड़ा साझा की और सभी किसानों के परिवारों का कर्ज खुद चुकाने का वादा किया।