Edit By Sayeed Pathan
संतकबीरनगर । जहाँ रेलवे प्रशासन रेल दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए रेल पटरी पर चलने और पटरी पार करने के लिए रोकता है और कई बार लोगों के ऊपर जुर्माना भी लगाता है, जिससे रेल से होने वाले आकस्मिक दुर्घटना को टाला जा सके, वहीं रेलवे के सारे नियमों को ताक पर रख लोग अपनी जिंदगी से खिलवाड़ करते नज़र आते हैं,
ऐसा ही नज़ारा खलीलाबाद के सब्जी मंडी रोड स्थित अनामिका हॉस्पिटल के सामने पिंक शौचालय के निकट रेलवे पटरी पर देखने को मिला, जब कुछ लोग जान को जोखिम में डालकर रेल की पटरी पार कर रहे थे, मामला इतना ही नहीं, यहाँ दो लड़कियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना फ़ोटो सेल्फी प्वाइंट बना लिया और मोबाइल फोन से एक दूसरे की फोटो बनाने लगीं,कुछ लोगों द्वारा जानकारी मिली है कि यहाँ रेलवे पटरी पार करने के लिए अस्थायी रास्ता भी बना लिया है यहाँ से सैकड़ो लोग रेल पटरी पार करते हैं, आपको बतादें की रेल पटरी के दक्षिण एक बड़ी आबादी है जहाँ सैकड़ो परिवार निवास करता है, यहाँ बसने वाले कुछ लोग शॉर्टकट जाने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करते है, जिसकी वजह ये है कि मुखलिसपुर रोड रेलवे क्रासिंग को बंद कर देना, अगर किसी को अपने आवास पर जाना हो तो वह पहले आज़ाद चौक पर आए और ओवर ब्रिज से होता हुआ ब्लूमिंग बड्स स्कूल पर जाए फिर वहां से वापस आद्योगिक अस्थान होते हुए अपने गंतव्य तक पहुँचेगा जिसमे समय ज्यादा लगता है
एक जानकारी के मोताबिक मगहर से चुरेब के बीच अक्सर रेल पटरी पर आने से हर महीने दुर्घटना में कई लोग विकलांग हो जाते हैं और मौतें भी होती हैं ।
ऐसे में सवाल उठता है कि रेल पटरियों पर होने वाली दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार कौन है,कोई इसे दुर्घटना का शिकार हुए लोगों को जिम्मेदार मानते तो कोई इसे रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार मानते हैं,
ऐसे में रेलवे प्रशासन को चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए रेल पटरी के पास बसे हुए लोगों को रास्ते का इंतेज़ाम करते हुए आम जनमानस के बीच जागरूकता अभियान चला कर जागरूक करना चाहिए
साथ ही जबतक यहाँ रास्ते का निर्माण न हो तब तक रेलवे प्रशासन द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों में रेलवे ट्रैक को कटीले तार और दीवारों द्वारा वेरीकेट किया जाना चाहिए । कुछ लोगों ने इस खबर के माध्यम से मांग की है कि, सुरक्षा हेतु मगहर से खलीलाबाद और खलीलाबाद से चुरेब तक ट्रैक को पूर्णतया कवर किया जाए जिससे अनाधिकृत रूप से लोगों के द्वारा अस्थायी रास्ता,न बनाया जा सके, और रेल की पटरियों पर चलने और सेल्फी प्वाइंट बनाने वालों पर सख्त कार्यवाही हो निससे दुर्घटनाओं को टाला जा सके ।