जहां आग लगी वहां बने गैस चैंबर पर तीन महीने से ढक्कन नहीं था। इस संबंध में ग्रीन गैस के ठेकेदार को बताया जा चुका है। लेकिन ढक्कन नहीं लगाया गया है। ठेकेदार का कहना है कि ढक्कन कोई चोरी कर ले गया। फिलहाल इस लापरवाही के लिए थाने में एप्लीकेशन दी गई है।
आगरा के 38 हजार घरों में गैस की सप्लाई
आगरा में 50 लाख से अधिक लोग रहते हैं। यहां ग्रीन गैस कंपनी ने कमोबेश पूरे शहर में अंडरग्राउंड गैस पाइप लाइन बिछा दी है। 38 हजार लोगों ने कनेक्शन ले रखा है। पाइप लाइन से ही लोगों के घरों में गैस की सप्लाई होती है। यहां गढ़ी भदौरिया में चाणक्यपुरी कॉलोनी में रहने वालों के घरों में गैस सप्लाई के लिए चैंबर है। चैंबर के पास एक प्लॉट खाली पड़ा है। बताया गया कि प्लॉट में लोग कूड़ा डालते हैं।
रविवार को दोपहर करीब दो बजे कूडे़ में आग लग गई। कूडे़ की आग से पाइप लाइन ने भी आग पकड़ ली। पाइप लाइन में आग की लपटें उठने लगीं। गैस की पाइप लाइन में आग की जानकारी होते ही आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने एहतियातन अपने घर की गैस लाइन को बंद कर दिया। लोगों ने ग्रीन गैस के अधिकारियों को पाइप लाइन में आग लगने की सूचना दी। पुलिस भी मौके पर आ गई।
फायरकर्मियों ने बुझाई आग
करीब एक घंटे तक पाइप लाइन से आगे की लपटें उठती रहीं। फायर विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब तीन बजे आग को बुझाया। ग्रीन गैस के कर्मचारी आग लगने के कारण की जांच कर रहे हैं। माना जा रहा है कि पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण आग लगी हो।