Monkeypox: भारत समेत दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं। भारत में मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, अमेरिका में मंकीपॉक्स के मामलों की पहचान पहली बार बच्चों में हुई है। इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार एक वैश्विक आपात स्थिति है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ए. घेब्रेयसस ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की इमरजेंसी कमेटी के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह घोषणा की। यह पहला मौका है जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस तरह की कार्रवाई की है।
टेड्रोस ने कहा कि हम एक ऐसी महामारी का सामना कर रहे हैं जो संचरण के नये माध्यमों के जरिये तेजी से दुनिया भर में फैल गई है और इस रोग के बारे में हमारे पास काफी कम जानकारी है और यह अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन की अर्हता को पूरा करता है।
दुनिया अभी तक कोरोना महामारी से नहीं उबर पाई है और इस बीच, एक और वायरस दुनिया में पैर पसारने लगा है। कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स के मामले दुनिया के कई देशों में सामने आ चुके हैं। भारत में मंकीपॉक्स के अब तक तीन मामले सामने आए हैं और ये तीनों ही मामले केरल में सामने आए हैं। राज्य में 8 दिनों के भीतर मंकीपॉक्स के तीन मामले आने के बाद केंद्र और राज्य सरकार अलर्ट हैं।
केरल प्रशासन अलर्ट मोड पर है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस की जांच और आवश्यक स्वास्थ्य उपायों को लागू करने में केरल सरकार की मदद के लिए मल्टी-डिसिप्लिनेरी सेंट्रल टीम तैनात करने के निर्देश दिए हैं। भारत में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। उस दौरान भी मरीज यूएई से भारत आया था। जब मंकीपॉक्स के लिए शख्स की टेस्टिंग कराई गई तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। मंकीपॉक्स के सभी मरीजों का अस्पताल में इलाज जारी है।