संतकबीरनगर । ग्रामीणों को अपनी समस्याओं के लिए जिला,ब्लॉक और तहसील के चक्कर न लगाने पड़े ,इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार जनता के द्वार जा रही है, इसी के परिप्रेक्ष्य में “गांव की समस्या गांव में समाधान” के नाम से पूरे प्रदेश में प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा रहा है यहां से ग्रामीणों को न केवल ग्राम विकास योजनाओं की जानकारी मिल रही है बल्कि ग्रामीण अपने सुझाव व शिकायतें यहां दर्ज करा सकते हैं।
लेकिन विडंबना ये है कि जिले में आयोजित ग्राम चौपाल में जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारियों की अनुपस्थिति गांव की जनता में आक्रोश और नाराजगी का कारण बना है। ग्रामीणों का दावा है कि अधिकारी के अनुपस्थिति में समस्याओं का समाधान सही तरह से नहीं हो रहा है। बस सचिव और ग्राम प्रधान की मिली भगत से ग्राम चौपाल के आयोजन पर पलीता लगाते हुए सिर्फ कोरम पूरा कर देते है ।
ग्रामीणों ने कहा, “हमें अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए तहसील, ब्लॉक,और जिला मुख्यालय जाना पड़ता है, जो काफी दिक्कत देता है,तथा आर्थिक नुकसान भी होता है,अगर ग्राम चौपाल में विभिन्न अधिकारियों की उपस्थिति तो हमारी समस्याओं का समाधान गांव में ही हो सकता है, जैसा कि सरकार की मंशा है। इस मुद्दों को लेकर सम्पूर्ण ध्यान देने की आवश्यकता है।”
कई ग्राम प्रधान,तो बताते हैं कि,चौपाल की जानकारी उसी दिन मिलती है जिस दिन चौपाल का अयोजन होना रहता है,कुछ ग्राम प्रधान बताते हैं कि,ग्राम चौपाल की जानकारी ही नहीं मिल पाती,जब मीडिया के लोग बताते हैं तब हम संबंधित लोगों से सम्पर्क करते हैं और चौपाल का आयोजन कराते हैं, कुछ ग्राम प्रधानों ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि ग्राम चौपाल में जिम्मेदार अधिकारी नही आते,अगर आते भी हैं तो बस हम लोगों को निर्देश देकर चले जाते हैं, अगर अधिकारी लोगों, की बात सुनने के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे तो इससे लोगों को काफी परेशानी होगी। इन्होंने कहा कि हमने अपने मुख्यालय में इस मुद्दे की सूचना दी है और उम्मीद है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान होगा।”जबकि संतकबीरनगर जिले के प्रशासनिक अधिकारी प्राथमिकता देने का दावा करते हैं,
ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और जिम्मेदार अधिकारी को उचित संदर्भों में नोटिस जारी किया जाए।
आपको बतादें कि गांव की समस्या को गांव में ही समाधान करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मण्डल और जिला के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि गावों में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया जाय,और चौपाल में कई महत्वपूर्ण विभागीय अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति को अनिवार्य किया है,लेकिन देखा ये जा रहा है कि ग्राम चौपाल के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा करके शासन को भेज दिया जाता है, जो सरकार की मंशा पर पानी फेरने जैसा है ।
इस मामले में, संतकबीरनगर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने इस मुद्दे की जांच करने का वादा किया है और कहा है कि, अधिकारी के गैरहाजिरी के पीछे की वजहों को जांचने की कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की आशा है कि इस समस्या का जल्द ही समाधान होगा और उनकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाएगा।