संतकबीरनगर। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के लोगों ने भारत बन्द को सफल बनाया। जूनियर हाईस्कूल के परिसर में एकत्रित होकर भारतीय किसान यूनियन का झंडा बैनर लेकर 11 बजे दिन में चल पड़े ।किसानो का उमड़ा जनसैलाब देख छिट फुट खुली दुकानें बन्द होती गई।
भा,कि,यू,पूर्वांचल महासचिव जनार्दन मिश्र ने बताया कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होने में लगभग दो लाख करोड़ रुपए खर्च बताए जा रहे हैं।अन्नदाता किसान की चली आ रही मांग न मानते हुए,उल्टे 14 लाख 58 हज़ार करोड़ रुपए पूजीपतियो के कर्ज माफ़ कर दिया।भा,कि,यू ,पूर्वांचल अध्यक्ष अनुपमा चौधरी ने कहा कि मोदी,योगी, खट्टर की सरकार दमन में विश्वास रखती हैं,न कि समस्याओं के निदान में।
ट्रेड यूनियन कौंसिल अध्यक्ष शिव कुमार गुप्त ने कहा कि गत 13 फरवरी को पंजाब और हरियाणा प्रदेश के किसान यूनियन के साथी अपने ट्रेक्टरो के साथ दिल्ली के रामलीला मैदान में पड़ाव डाल कर सरकार से अपनी मांग मनवाने जारहे थे, लेकिन खट्टर की सरकार ने लोहे की कीले,और सीमेंट के बने कंटेनर से रास्ते की सीमा को ही सील कर दिया।सभी किसानो की मांगे एक ही है।
यदि महापुरुषों के नाम भारत रत्न से सम्मानित किया तो उनके आयोग रिपोर्ट को लागू न कर किसानो पर दमन जारी कर सरकार ने फासिस्ट नीति जारी किए हैं।अब जुमलेबाज़ी में संयुक्त किसान मोर्चा ,भा,कि,यू, फसने वाला नही है।भा, कि, यू,प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाषचंद्र ,पूर्वांचल उपाअध्यक्ष रामसागर चौधरी , शोभाराम ठाकुर,हृदयराम यादव, सन्त कबीर नगर ज़िला अध्यक्ष रामसागर चोधरी, महामंत्री रामा यादव,कुतुबुद्दीन जिला संगठन मंत्री,रामदरस यादव, ज़िला उपाध्यक्ष,दयाशंकर उपाध्याय,
आदि नेता शामिल रहे।
आंदोलन को दमन से दबाया नही जा सकता। जलूस मुख्य मार्ग से होता हुआ बाई पास अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद एस डी एम को मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र सौंपा।