गाजियाबाद ।
लोनी विधुत विभाग में गाजियाबाद के अंदर अधिकारियों की इस कदर मनमानी चल रही है कि उच्च स्तर के अधिकारियों के आदेशों को किसी भी मानक पर अधिकारी मानने को तैयार नहीं है दूसरी तरफ योगी जी द्वारा सरकार की छवि धुमिल करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को चिन्हित कर बाहर का रास्ता दिखाने की बात कही जा रही है
विधुत विभाग के दलाल द्वारा उपभोक्ता के कार्य में चार महीनों तक बाधा डाले जाने के प्रकरण का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है प्रबंध निदेशक कार्यालय के आदेशों की अवहेलना होने के बाद एक बार फिर विधुत विभाग के मुख्य अभियंता की मनमानी देखने को मिली है उपभोक्ता बी के चौधरी बलराज नगर लोनी निवासी ने सात सितंबर को जिला अधिकारी से मिलकर सारे सबूतों को सामने रख कर उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी
जिला अधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य अभियंता श्री आर के राणा को उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे लेकिन मुख्य अभियंता आर के राणा जी ने डी एम के आदेश को ठुकराकर अपनी मनमानी करते हुए संबंधित जांच पत्र को लोनी के उप खंड कार्यालय अधिशासी अभियंता लोनी को प्रेषित कर कर पूर्व शिकायतों की भांति झूठी आख्या बनवा दी गई है इससे पहले मुख्य अभियंता की मनमानी, मेरठ मुख्यालय से जारी हुए रिमाइंडर पर स्पष्टीकरण न दे पाने में देखी गई थी हम आपको बता दें इस प्रकरण में शिकायत प्रकोष्ठ प्रबंध निदेशक कार्यालय द्वारा चार रिमाइंडर जून महीने में जारी किए गए थे जांच लंबित रहते हुए नियमों का उल्लघंन करते हुए संबंधित अधिकारी अधिशासी अभियंता श्री अनिल कुमार कपिल का तबादला करा दिया गया ओर संबधित प्रकरण में मुख्य अभियंता द्वारा उच्च स्तरीय जांच न कराकर स्पष्टीकरण न देने में अपनी मनमानी की थी मगर उच्च अधिकारियों के आदेश को ठुकराकर कोई भी स्पष्टीकरण न दे पाने की लापरवाही सामने आई थी
आखिर उच्च अधिकारियों का आदेश विधुत विभाग के अधिकारी क्यो ठुकरा रहे हैं यह जांच का विषय है इससे यही स्पष्ट होता है विभाग का दलाल कहीं ना कहीं रसूखदार व्यक्ति है जिसके खिलाफ धारा 186/504 के तहत कार्यवाही करने से विभागीय अधिकारी घबराये हुए हैं जबकि स्थानीय राजनेता से लेकर जिला स्तर तक के राजनेता इस प्रकरण पर चुप्पी साधे हुए हैं अगर स्थानीय विधायक श्री नंद किशोर गुर्जर व जिला स्तर के राजनेता श्री वी के सिंह जी को सरकार की छवि धुमिल होने की चिंता होती तो अवश्य इस प्रकरण पर संज्ञान लिया गया होता शिकायत कर्ता द्वारा संबंधित राजनेताओं को अपना प्रार्थना पत्र एक बार ही नहीं दिया है बार बार कई बार भेजा जा चुका है
बी के चौधरी
सामाजिक कार्यकर्ता
लोनी गाजियाबाद