संत कबीर नगर । जिलाधिकारी रवीश गुप्ता के कुशल निर्देशन एवं मुख्य विकास अधिकारी डा0 बब्बन उपाध्याय के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत जनपद मुख्यालय स्थित शगुन मैरेज हाल में 214 जोड़ो का विवाह धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार सकुशल सम्पन्न कराया गया।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सदर विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चैबे ने जिला प्रशासन द्वारा सामूहिक विवाह कराने हेतु बनाई गयी चाक-चैबन्द व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद दिया और कहा कि मा0 मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे गरीब परिवारों के लड़के-लड़कियों की शादी करवाना है जो शादी का खर्च स्वंय नही उठा सकते।
उन्होंने बताया कि यह मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा गरीब लडकियों के सबसे अच्छी पहल और अब कोई भी गरीब परिवार अपने लड़की की शादी को लेकर खुद पर बोझ नही महसूस करेगा क्योकि इसमें शादी का पूरा खर्चा प्रदेश सरकार उठाती है।
विधायक जय चौबे ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पधारे सभी घरातियों, बरातियों एवं उनके संबंधियों का हार्दिक स्वागत करते हुए विवाह सूत्र में बधने वाले सभी नवयुगलो को उनके सफल वैवाहिक जीवन का आशीर्वचन दिया।
जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने सभी नव दम्पत्तियों को शुभाशीष देते हुए उनके स्वस्थ्य, कुशल एवं सफल दाम्पत्य जीवन की कामना किया। आज सम्पन्न इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जनपद के सभी 09 विकास खण्डों से कुल 214 जोड़ो का जिसमें 185 जोड़ों का हिन्दु धर्म की परम्परा एवं धार्मिक रीति रिवाज के साथ गायत्री परिवार के विद्वान आचार्यो/पंडितों के द्वारा सम्पन्न कराया गया तथा 28 जोड़ो का मुस्लिम धर्म की परम्परा के अनुसार मौलवी/काजी द्वारा निकाह कराया गया।
मा0 मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में उपहार स्वरूप लड़की के खातें में 35 हजार धनराशि सहित पायल, विछिया, वर्तन सेट, मोबाइल फोन, वर वधू को कपड़ा, अटैची इत्यादि के अलावा बन विभाग द्वारा एक-एक आम का पौधा भी दिया गया। उल्लेखनीय है कि इसमें प्रति जोड़ो पर प्रदेश सरकार द्वारा 51 हजार रूपये खर्च करने की व्यवस्था की गयी है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान जनपद के अपर जिलाधिकारी रणविजय सिंह, समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, जिला विकास अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी तन्मय पाण्डये, सहित जनपद के सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी कर्मचारी एवं क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें।