चम्बल संभाग पुलिस रेंज में बिकने वाली अवैध शराब को लेकर चम्बल एडीजी डीपी गुप्ता ने विशेष नाराजगी व्यक्त करते हुये पुलिस अधिक्षकों को इसके खिलाफ विशेष अभियान चलाने के आदेश जारी किये हैं! श्री गुप्ता ने अपने आदेश में कहा है कि आज से विशेष अभियान चलाकर शराब तस्कर और माफिया के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही को अंजाम दें! इसके लिए प्रत्येक थाने के नगर निरीक्षक अपने-अपने थाना अन्तर्गत बिकने वाले अवैध शराब पर नकेल कसें और अवैध शराब को बेचने वालों को तात्काल दाखिल ऐ हवालात करें! अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के तहत चम्बल रेंज के सभी थाना प्रभारी कई टीम बनाकर व खुद भी किसी टीम का हिस्सा बन अवैध शराब के बिक्रय स्थानों पर दबिस दें! चम्बल रेंज एडीजी पुलिस ने तय किया है कि पूरे सप्ताह यह अभियान चलेगा और सप्ताह के अंत में इसकी समीक्षा की जावेगी कि किस थाने और जिले में ज्यादा से ज्यादा कार्यवाही को अंजाम देकर अवैध शराब के तस्कर व माफियाओं पर अंकुश लगाया !
उल्लेखनीय है कि भिण्ड जिले में अवैध रेत उत्खनन व बिक्री पर रेत माफियाओं पर कमर तोड़ने और मुरैना जिले में पुलिस अधीक्षक आसित यादव द्वारा गत दिनों चम्बल नदी से अवैध रेत उत्खनन करने वालों पर कामयाब बड़ी कार्यवाही कर 11 टैक्टर-ट्रोली जप्त करने से उत्साहित चम्बल रेंज एडीजी पुलिस श्री डीपी गुप्ता ने अब जनमानस की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के खजाने को भारी आर्थिक छति पहुंचा रहे अवैध शराब बेच रहे तश्कर व माफियाओं पर शिंकजा कसने का मन बना लिया है! इसमें वे कोई उदासिनता न बरतते हुये स्वयं रेंज के पुलिस अधिक्षकों से फोन के माध्यम से बात कर रहे हैं और आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं!
अपने आदेश में उन्होने स्पष्ट कर दिया है कि सभी पुलिस अधीक्षक व थाना प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि राज्य सरकार द्वारा आवंटित शासकीय अंग्रेजी व देशी शराब की दुकानों व ठेकों के अलावा पूरे चम्बल रेंज में कहीं भी शराब नहीं बिकनी चाहिये!यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि चम्बल संभाग में चम्बल नदी से अवैध रेत उत्खनन के बाद अवैध शराब की बिक्री बड़े पैमाने पर होती है! जिससे जहां एक तरफ गाॅव व शहर का माहौल खराब हो रहा है वहीं राज्य सरकार को मिलने वाली बड़ी राॅयल्टी से हाथ धोना पड़ रहा है! इस आदेश व अवैध शराब पर गुप्ता के कड़े रुख से लगता है कि अब बड़े पेमाने पर होने वाली अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगेगा !
श्रीगोपाल गुप्ता की रिपोर्ट