प्रयागराज /इलाहाबाद
यूपी बोर्ड डिबार शिक्षकों की सूची के बगैर प्रैक्टिकल करवाने जा रहा है। बोर्ड ने प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली व गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालयों से डिबार परीक्षकों की सूची भेजने को कहा था लेकिन 28 नवंबर तक सूचना नहीं मिली थी। ऐसी स्थिति में बोर्ड ने क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों को निर्देशित किया है कि 7 दिसंबर तक बोर्ड मुख्यालयों की ओर से परीक्षकों की जो सूची भेजी जा रही है उनमें से डिबार परीक्षकों के नाम अपने स्तर पर निकलवा दें।
सचिव नीना श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया है कि परीक्षकों के स्कूलवार आवंटन में या परीक्षकों की अर्हता के संबंध में यदि कोई विसंगति दिखती है तो उसे संशोधित करा ली जाए। कोई भी डिबार शिक्षक या अनर्ह अध्यापक तथ्य छिपाकर परीक्षक नियुक्त हो गया तो उसका नाम निरस्त कर वेटिंग लिस्ट से किसी दूसरे योग्य अध्यापक को नियुक्त कर दिया जाए। प्रतीक्षा सूची के शिक्षकों की अर्हता आदि की जांच कर ली जाए और कोई कमी मिलने पर नाम काट दें।
बोर्ड मुख्यालय की ओर से क्षेत्रीय कार्यालयों को परीक्षकों के नियुक्ति पत्र, विद्यालयों के फारवर्डिंग एवं शिफ्टिंग पत्र, स्कूलवार नियुक्त परीक्षकों की सूची, परीक्षक सूची व प्रतीक्षा सूची भेजी जाएगी। परीक्षा समिति के निर्णय के अनुसार वित्तविहीन महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के शिक्षकों को लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षा में परीक्षक नियुक्त नहीं किया जाएगा। साथ ही अवकाश प्राप्त 70 साल से अधिक आयु के शिक्षकों को परीक्षक की जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।
साभार live hindustan