सुरक्षित जननी, विकसित धरनी थीम पर मनाया जाएगा मातृ वन्दन सप्ताह
– अधिक से अधिक माताओं को योजना का लाभ दिलवाना ही है ध्येय
– फ्रंण्ट लाइन वर्कर्स के साथ ही डाटा आरपेटरों को भी मिलेगा प्रोत्साहन
संतकबीरनगर ।
सुरक्षित जननी, विकसित धरनी थीम को केन्द्र में रखकर जिले में प्रधानमन्त्री मातृ वन्दन सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान अधिक से अधिक माताओं को प्रधानमन्त्री मातृ वन्दन योजना का लाभ दिलाना ही स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता होगी। यह सप्ताह आगामी 2 दिसम्बर से लेकर 8 दिसम्बर तक आयोजित किया जाएगा। इसमें चरण बद्ध तरीके से सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
एसीएमआ आरसीएच डॉ मोहन झा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का मुख्य उद्देश्य प्रथम बार मां बनने वाली महिलाओं को तीन कि़स्त के जरिए 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करना है। सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक महिलाओं को योजना का लाभ देने की कोशिश भी की जाएगी। इसके लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी परियोजन स्तर पर केयर, यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, क्षेत्रीय कार्यकर्ता एवं अन्य स्टेकहोल्डर के साथ बैठक कर कार्य-योजना तैयार कर ली गई है।
लंबित आवेदनों एवं भुगतान को शून्य करने पर होगा जोर
सप्ताह के दौरान लंबित आवेदनों एवं भुगतान को शून्य करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इसके लिए दूसरे एवं तीसरे कि़स्त हेतु योग्य लाभार्थियों से आवेदन प्राप्त कर प्रस्तावित तिथि को परियोजना स्तर पर पूर्णत: निष्पादित किया जाएगा।
क्या है प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
इस योजना के तहत प्रथम बार मां बनने वाली माताओं को 5000 रुपये की सहायक धनराशि दी जाती है, जो सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में पहुंचती है। धनराशि को तीन किस्तों में दी जाती है। पहली किस्त 1000 रुपये की तब दी जाती है जब गर्भवती महिला अंतिम मासिक चक्र के 150 दिनों के अंदर गर्भावस्था का पंजीकरण कराती है। दूसरी किस्त में 2000 रुपये गर्भवती महिला को गर्भावस्था के 6 माह पूरा होने के बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच कराने पर दी जाती है। तीसरी और अंतिम किश्त में 2000 रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने के बाद प्रदान की जाती है।
आवश्यकता पड़ने पर बढ़ सकती है तिथि
सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने बताया कि जिन ब्लाकों में मिशन इन्द्रधनुष चलाया जा रहा है, वहां पर स्वास्थ्य सचिव ने तिथि बढ़ाने का एक विकल्प दिया है। लेकिन वर्तमान में योजना जिले के सभी 9 ब्लाकों में मिशन इन्द्रधनुष के साथ ही चलेगी। अगर जरुरत समझी गई तो अनुमति लेकर इस तिथि को बढ़ाया भी जा सकता है।