- दिल्ली और NCR में है ज्यादा संकट, खाना और आसरा तलाश रहे हैं लोग
- दिल्ली एनसीआर में रह रहे बेघर लोगों के लिए खास
- इंतजाम सीएम योगी और केजरीवाल रख रहे हैं खास ख्यालनई दिल्ली ।
नोएडा के डीएम बीएन सिंह ने सभी मकान-मालिकों को आदेश दिया है कि वो अपने यहां रह रहे मजदूर या रेहड़ी-पटरी वाले लोगों से एक महीने तक किराया ना मांगें. आदेश नहीं मानने वालों को जेल हो सकती है.दिल्ली और एनसीआर में लॉकडाउन का सबसे अधिक असर पड़ा है. देश के कई राज्यों से मजदूर तबके के लोग यहां आकर रह रहे थे, लेकिन लॉकडाउन ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. उनके पास कोई रोजगार नहीं है. ऐसे में उनके सामने रहने और खाने दोनों की समस्या है. दिल्ली सरकार और यूपी सरकार दोनों ने स्पष्ट किया है कि पलायन कर रहे मजदूरों या रेहड़ी-पटरी वालों के रहने और खाने दोनों की व्यवस्था सरकार करेगी.
इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने भी इस दिशा में सही कदम उठाने के लिए सभी राज्यों को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है. नोएडा के डीएम बीएन सिंह ने सभी मकान-मालिकों को आदेश जारी किया है कि वो अपने यहां रह रहे मजदूर या रेहड़ी-पटरी वाले लोगों से एक महीने तक किराया ना मांगे. इतना ही नहीं उन्होंने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अगर कोई जबरन किराया मांगता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. उन्हें जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है.
वहीं दिल्ली सरकार ने अपने सभी 600 सरकारी स्कूलों में बेघर लोगों के रहने और खाने के प्रबंध किए हैं. उन्होंने सभी लोगों से यहीं रहने की अपील की है. इसके अलावा 72 लाख लोगों को फ्री में राशन देने की घोषणा भी की है. इतना ही नहीं उन्हें सामान्य दिनों के मुकाबले 50 प्रतिशत अधिक राशन दिया जाएगा.
क्या कर रही है दिल्ली सरकार
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने शनिवार को C40 समूह को संबोधित करते हुए कहा, लॉकडाउन के चलते शहर के गरीबों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. खासतौर से देश भर से आकर दिल्ली में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को अधिक परेशानी हो रही है. उनके दुखों को कम करने के लिए हमने दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर 550 से अधिक केंद्रों पर प्रतिदिन 4,00,000 लोगों को मुफ्त में पका हुआ भोजन उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है.
देश में पलायन और गरीब तबके के सामने आई चुनौतियों को लेकर केजरीवाल ने C40 समूह के सामने अपनी बात रखते हुए कहा, हमने आर्थिक रूप से कमजोर 8 लाख बुजुर्गों, विकलांगों और विधवाओं को घर का खर्च चलाने के लिए दो महीने की सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अतिरिक्त 5-5 हजार रुपये उनके खाते में भेज दिए हैं. सीएम ने कहा इसी तरह निर्माण कार्य से जुड़े परिवारों को भी 5-5 हजार रुपये भत्ता दिया जा रहा है.
दुनिया भर के कई देशों की राजधानी के प्रतिनिधियों ने इस बैठक के दौरान वायरस से लड़ने को लेकर अपने शहरों में सामने आई कई चुनौतियों और अनुभव को भी साझा किया.
दिल्ली सरकार ने वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के बाद गरीब तबके के बीच समस्या से निपटने के लिए लगभग 4 लाख लोगों को मुफ्त खाना पहुंचाने की योजना बनाई है और साथ ही दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भी खाना बांटने की व्यवस्था की है.
दिल्ली के लिए कोरोना वायरस हेल्पलाइन नंबर : 011-22307154
क्या कर रही है योगी सरकार
कोरोना वायरस के संकट के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के 15 लाख दिहाड़ी मजदूरों और निर्माण क्षेत्र के 20.37 लाख श्रमिकों को रोजमर्रा की जरूरतें पूरा करने के लिए प्रति व्यक्ति 1,000 रुपये भत्ता दिए जाने का ऐलान किया.
वहीं दूसरे राज्यों से लौटे, प्रदेश के और बिहार के लोगों के लिए सीएम योगी ने रातों रात 1000 बसों का इंतजाम कर उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की पहल की है. प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि दूसरे राज्यों से आए उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए व्यवस्था करने की खातिर मुख्यमंत्री योगी ने परिवहन अधिकारी, ड्राइवर एवं कंडक्टर से रात में मुलाकात की और रातों रात ही 1000 बसों का इंतजाम किया. दिल्ली और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में लोग विशेषकर मजदूर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसी जगहों पर पहुंचे थे.
हालांकि उन्होंने सभी लोगों से यह भी अपील की है कि वो जहां हैं वहीं रहें और लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश को मानें.
उत्तर प्रदेश के लिए कोरोना वायरस हेल्पलाइन नंबर : 18001805145
Sabhar aajtak