- एहसास डे केयर सेंटर के विशेष अध्यापकों एवं दिव्यांगजनों की कोरोना वायरस को लेकर एक नई पहल घर जा कर रहे है लोगो को जागरूक।
संतकबीरनगर । निदेशक आनन्द कुमार त्रिपाठी के द्वारा दिव्यांग बच्चों के घर पर जाकर कोरोंना वायरस बचाव के लिए छोटे दिव्यांग बच्चो को डेली लिविंग स्किल के अन्तर्गत उन्हें हाथ को बार-बार धुलना सीखने के लिए उनके घर पर ही जाकर जागरूक कर रहे है क्योंकि ये दिव्यांग बच्चे अपने हाथ को धुलना भी नहीं जानते है। इन दिव्यांग बच्चों को अपनी जिंदगी को बेहतर दिशा देने के लिए छोटे दिव्यांग बच्चों को विशेष विद्यालय के स्पेशल अध्यापकों द्वारा छोटी छोटी चीजों को सिखाया जाता है। क्योंकि ये दिव्यांग बच्चे इन छोटी छोटी चीजों की जैसे साफ सफाई की जानकारी बिल्कुल नहीं होती है। और अभी की हालत को देखते हुए अपने दिव्यांग बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए उन्हें जागरूक करना बहुत जरूरी है। अभी तक 20 छोटे दिव्यांग बच्चों को हाथ धुलना सिखाया जा रहा है। जिससे कोरोना वायरस को हराया जा सके। और दिव्यांग बच्चे हाथ धुलना सीख सके।
इसी क्रम में एहसास डे केयर सेंटर के निदेशक ने अपने सभी अध्यापकों एवं सभी दिव्यांगजनों को निर्देश दिया है कि आप सभी लोग घर पर बैठ कर फ़ोन के माध्यम से जितने लोगो को आप सभी लोग जानते है उन्हें कोरोना वायरस बचाव के संबंध में जागरूक करे जिससे कोरोना वायस को हराया जा सके। और अब तक दिव्यांग जनों एवं विशेष अध्यापकों के द्वारा लगभग 800 दिव्यांगजनों एवं 8000 हजार आम जनता को जागरूक किया जा सका है। और अभी भी दिव्यांगजनों द्वारा लोगो को बचाव को लेकर फोन पर जागरूक किया जा रहा है जिसमें विशेष अध्यापक/ दिव्यांगजन कन्हैया लाल, जमाल अहमद, अमित राज, पूजा वर्मा, रूपा त्रिपाठी,हिना परवीन अलोक मिश्र,परवेज खान, अब्दुल रजा, शत्रुध्न विश्कर्मा आदि लोग कोरोना वायरस को लेकर लोगो को जागरूक कर रहे है