- प्रदेश के सात मेडिकल कालेजों में सैम्पल जांच की सुविधा
- हाई रिस्क श्रेणी के सैम्पल को भेजना किया गया अनिवार्य
लखनऊ/संतकबीरनगर
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों द्वारा हाई रिस्क जनसँख्या को चिन्हित कर उनके सैम्पल मेडिकल कालेज स्थित कोविड-19 प्रयोगशालाओं को भेजने के निर्देश दिए गए हैं । इस सम्बन्ध में सचिव-चिकित्सा स्वास्थ्य वी. हेकाली झिमोमी ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि कोविड-19 पीड़ित रोगियों और हाई रिस्क जनसँख्या को चिन्हित कर समय से जाँच एवं उपचार करने से इस वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है ।
पत्र के मुताबिक बस्ती, संत कबीरनगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर और अयोध्या के सैम्पल की जाँच आई.सी.एम.आर.-आर.एम.आर. सी. गोरखपुर बी.आर.डी. मेडिकल कालेज गोरखपुर में होगी । इन मेडिकल कालेजों में सैम्पल कलेक्शन समय 24 घंटे तय किया गया है । प्रतिदिन हर एक जिले में कम से कम चार सैम्पल (अधिकतम सैम्पल संख्या आवश्यकतानुसार) नियमानुसार ट्रिपल लेयर पैकिंग में सम्बंधित प्रयोगशाला भेजना है । इसके साथ ही इसकी सूचना स्वास्थ्य भवन लखनऊ हर रोज शाम छह बजे तक भेजनी होगी ।
इन हाई रिस्क श्रेणी के लोगों की होगी जांच
- अंतरराष्ट्रीय यात्रा के 28 दिनों के अन्दर कोविड-19 के लक्षणों वाले व्यक्ति ।
- कोविड-19 रोगी के संपर्क में आने वाले ऐसे व्यक्ति जिनमें लक्षण उत्पन्न हो गए हों ।
- कोविड-19 रोगी के साथ एक ही घर में रहने वाले व्यक्ति
- सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी रोग (बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ वाले सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में भर्ती रोगी
- 28 दिनों के भीतर तबलीगी जमात में भाग लेने वाले समस्त व्यक्ति ।
- कोविड-19 रोगियों की देखभाल में लगे स्वास्थ्य कर्मी जिनमें लक्षण उत्पन्न हो गए हों अथवा स्वास्थ्य कर्मी जिन्होंने पर्याप्त सुरक्षा के बिना कोविड-19 की जाँच की हो (संपर्क के पांचवें और पुनः 14वें दिन)
- गंभीर लक्षणों वाले अंतरराज्यीय यात्री (अन्य श्रेणी में अर्ह सैम्पल न होने की दशा में इस श्रेणी में अधिकतम चार सैम्पल प्रतिदिन लिए जा सकते हैं)
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