लखनऊ । चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण चिकित्सा शिक्षा गृह एवं गोपन, कारागार प्रशासन, पुलिस, सशस्त्र बल एवं अद्धसैनिक कार्मिक विभाग एवं जिला प्रशासन ऊर्जा (सभी बिजली विभाग के कार्यालय एवं बिलिंग सेंटर) नगर विकास खाद्य एवं रसद (फल, सब्जी, दूध, डेरी, किराना, पेयजल) आपदा एवं राहत, राज्य संपत्ति विभाग सूचना, जन सम्पर्क एवं सूचना प्रौद्योगिकी अग्निशमन, सिविल डिफेंस आपातकालीन सेवाएं टेलीफोन इंटरनेट, डेटा सेंटर, नेटवर्क सर्विसेज डाक सेवाएं बैंक, एटीएम एवं बीमा कंपनियां। ई-कॉमर्स (खाद्य वस्तु, होम डिलिवरी, ग्रॉसरी) प्रिंट, इलेक्टॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया पेट्रोल/डीजल/सीएनजी पंप और इनसे संबंधित गोदाम दवा और अन्य फार्मास्यूटिकल्स की दुकानें, चिकित्सा और स्वास्थ्य से जुड़े उपकरणों का निर्माण करने वाली इकाइयां। आवश्यक वस्तुओं/सेवाओं व खाद्य पदार्थों की आपूर्ति के लिए परिवहन सेवाएं, कृषि उत्पादन एवं उससे संबंधित निर्माण इकाइयां एवं इनसे संबंधित थोक व फुटकर दुकानें। पशु चिकित्सा एवं पशु आहार से संबंधित इकाइयां एव विक्रेता।
क्या होता है लॉकडाउन
लॉकडाउन एक तरह की आपातकालीन व्यवस्था होती है। यदि किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। यदि किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सकती है।
क्यों करते हैं लॉकडाउन
किसी तरह के खतरे से इंसान और किसी इलाके को बचाने के लिए लॉकडाउन किया जाता है। जैसे कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर कई देशों में किया गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण एक-दूसरे इंसान में न हो इसके लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर कम निकले। बाहर निकलने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए कुछ देशों में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो गई है।
साभार jnn