- अब एमएलसी के चुनाव मैदान में 9 प्रत्याशी बचे
- बीजेपी से 4, एनसीपी से 2, सेना से 2, कांग्रेस से 1
महाराष्ट्र के विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है क्योंकि कांग्रेस ने कहा है कि वह अपना एक उम्मीदवार वापस लेगी. अभी तक कुल 9 उम्मीदवार हैं जिनमें भारतीय जनता पार्टी के 4, शिवसेना के 2, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 2 और कांग्रेस का 1 कैंडिडेट शामिल हैं. कांग्रेस के इस ऐलान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने धन्यवाद दिया है.
बता दें, महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के लिए कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का सिर दर्द बढ़ा दिया था, लेकिन उसने अब एक उम्मीदवार वापस लेने का फैसला किया है. इससे उद्धव ठाकरे की निर्विरोध जीत तय है. इस चुनाव में शिवसेना ने उद्धव ठाकरे और नीलम गोरे को मैदान में उतारा है. नीलम गोरे वर्तमान में महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष हैं. एनसीपी ने भी अपने दो उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. इन उम्मीदवारों में शशिकांत शिंदे और अमोल मितकरी के नाम हैं. शिंदे पिछले साल विधानसभा चुनाव हार गए थे, जबकि मितकरी ख्यातिनाम वक्ता हैं.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद चुनाव के लिए प्रवीण ददके, गोपीचंद पडलकर, अजित गोपछड़े और रणजीत सिंह पाटिल को प्रत्याशी बनाया है. महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं. महाराष्ट्र में 9 विधान परिषद सीटों पर 21 मई को चुनाव होने हैं. इस चुनाव के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के 288 सदस्य निर्वाचक मंडल का काम करेंगे यानी वोट देंगे. उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में 28 नवंबर को शपथ ली. उन्होंने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के महाविकास अघाड़ी के प्रमुख के तौर पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
साभार आजतक