- कांग्रेस नेता राहुल गांधी का सरकार से सवाल
- नेपाल-चीन बॉर्डर की सच्चाई बताए सरकार: राहुल
दिल्ली । देश में जारी कोरोनावायरस के महासंकट के बीच मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। इस दौरान राहुल ने लॉकडाउन से लेकर प्रवासी मजदूरों के मसले पर चर्चा की। लेकिन राहुल गांधी से बीते दिनों नेपाल और चीन के बॉर्डर पर जारी तनाव को लेकर सवाल दागा गया। जिसपर उन्होंने कहा कि सच क्या है, सरकार को देश के सामने रखना चाहिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बॉर्डर पर जो हुआ है, इसकी डिटेल्स सरकार को देश के सामने रखना चाहिए। अभी तक किसी को पता नहीं है कि क्या हुआ है, नेपाल के साथ क्या हुआ और लद्दाख में क्या हो रहा है। सरकार को देश के सामने रखना चाहिए।
इसके अलावा चीन के साथ हुए विवाद पर राहुल गांधी बोले कि भारत-चीन का मुद्दा अभी चल रहा है। उस पर मैं ज्यादा नहीं बोलना चाहता हूं, उसको मैं सरकार की समझदारी पर छोड़ता हूं। मगर मार्गदर्शन की जरूर आवश्यकता है, क्योंकि विस्तार के बिना मेरा इस पर बोलना सही नहीं होगा।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से उत्तर के बॉर्डर पर भारत और नेपाल के बीच खींचतान जारी है, वहीं नेपाल की ओर से लगातार बयानबाजी की जा रही है। दोनों देशों के बीच सड़क निर्माण को लेकर एक विवाद शुरू हुआ था, जो अबतक जारी है।
8 मई को दारचूला-लिपुलेख में भारत ने सड़क का उद्घाटन किया था जिसके बारे में नेपाल ने विरोध दर्ज कराया था। नेपाल इन क्षेत्रों पर अपना दावा पेश करता है। इसके बाद नेपाल ने एक नया नक्शा जारी किया था, जिसमें कुछ क्षेत्रों को अपने क्षेत्र में शामिल कर लिया गया था। कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को नेपाल ने अपने क्षेत्र में शामिल कर लिया था।
जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जवाब दिया गया था कि ‘हम नेपाल सरकार से अपील करते हैं कि वे ऐसे मेवटी कार्टोग्राफिक प्रकाशित करने से बचे। साथ ही भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान है। ‘ नेपाल के अलावा चीन के साथ कुछ स्थानों पर भारतीय सेना के जवानों की हाथापाई हुई, जिसके बाद बॉर्डर पर सरगर्मी दिखाई गई।’
स्रोत आजतक