बीते दिनों एक खबर आई थी जब अपनी पार्टनर की तलाश में एक बाघ कई सौ किलोमीटर यात्रा कर रहा था। अब ऐसी ही एक खबर सामने आई है। आप-हम बेशक लॉकडाउन में हैं, लेकिन एक घड़ियाल ने चौंकाने वाला कारनामा कर दिया है। वह लगभग 1100 किलोमीटर का सफर तय कर चुका था।
वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के मुताबिक, इस घड़ियाल को राप्ती नदी से छोड़ा गया था। नेपाल की बात है। लेकिन वो एक महीने के बाद हुगली नदी के पास रानी नगर घाट, पश्चिम बंगाल से मिला। वेबसाइट का दावा है कि इस घड़ियाल को उसकी बॉडी पर अलग किस्म के डिजाइन से भिन्नाना गया है। जानकारी के लिए बता दें कि ये घड़ियाल एक दुलर्भ प्रजाति का है।
ये रूट होगा
वेद बुर खड़का जो कि घड़ियाल कर्जवेशन और ब्रीडिंग सेंटर से जुड़े हुए हैं। वे बताती हैं कि संभवत: ये घड़ियाल राप्ती-नारायणी / गंगटक-गंगा-फ्राक्का-हुगली नदी तक पहुंच गए हैं। वर्तमान में इसे रेस्क्यू कर लिया गया है।
लोग चौंक गए
लोग ये जानकर हैरान हो गए कि आखिर एक घड़ियाल इतना लंबा सफर कैसे कर रहा है।
सीरियसली वाओ…
उनके लिए कोई सीमा नहीं होती
प्रोफेसर बीसी चौधरी घड़ियाल के मामले के बारे में जानते हैं। वे बताते हैं कि घड़ियाल की इस प्रजाति को सर्दियों में छोड़ना चाहिए। गर्मियों और मानसून में छोड़ने से ये आगे बढ़ रहे हैं। अलकॉक नहीं बनाता है।
स्रोत nbt वायरल Adda