Advertisement
अन्यपटना

बिहार के जीते हुए 27 विधायकों की बढ़ सकती हैं, मुश्किलें ये है खास वजह

पटना, । विधानसभा चुनाव में कम अंतर से जीते विधायकों की परेशानियों में इजाफा होने वाला है। पराजित प्रतिद्वंद्वियों ने पटना हाईकोर्ट में दस्तक दी है। केस फाइल हो गया है। मुख्य न्यायाधीश के सामने प्रस्तुति और लिस्टिंग भी हो चुकी है। चार जनवरी को अदालत खुलने के बाद सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

चुनाव आयोग के फैसले पर उठाए सवाल

Advertisement

मुकदमा दर्ज कराने वालों में सबसे ज्यादा आठ राजद और छह कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। पांच निर्दलीयों को भी प्रतिद्वंद्वियों की जीत पर आपत्ति है। सत्ता पक्ष के भी पांच प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाए हैं। इनमें तीन जदयू और दो भाजपा के हैं। माकपा और बसपा के भी एक-एक प्रत्याशी हैं। दो ने सीधे चुनाव आयोग को ही पार्टी बनाया है। एक मामला विधान परिषद का है। टिकारी के कांग्रेस प्रत्याशी सुमंत कुमार का आरोप है कि रिटर्निंग अफसरों ने पक्षपात करके जीतने के बाद भी हारा हुआ घोषित कर दिया है।

इन दलों के प्रत्‍याशी हैं निशाने पर

Advertisement

जिन विधायकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, उनमें सबसे ज्यादा नौ जदयू के हैं, जबकि भाजपा के छह हैं। राजद के भी सात विधायक हैं, जिन्हें हारे हुए प्रत्याशियों ने निशाने पर रखा है। कांग्रेस, माले, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और लोजपा के एक-एक विधायक के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है। भाजपा के विधान पार्षद नवल किशोर यादव की जीत को भी निर्दलीय प्रत्याशी अवधेश कुमार सिन्हा ने चुनौती दी है।

पक्ष-विपक्ष दोनों ओर से मुकदमा

Advertisement

हाईकोर्ट के वकील शशिभूषण मंगलम ने बताया कि नियमों के मुताबिक नतीजे आने के बाद से 45 दिनों के भीतर कोई भी प्रत्याशी परिणाम को चुनौती दे सकता है। हारे हुए 29 प्रत्याशियों ने मतगणना में गड़बड़ी एवं अन्य आरोपों में 27 विधायकों के खिलाफ 24 दिसंबर तक अलग-अलग तारीखों में मुकदमा दर्ज कराया है। इनमें विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के भी प्रत्याशी हैं। मात्र 12 वोटों से हार जाने वाले राजद के पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव ने तो पहले ही निर्वाचन आयोग के फैसले को चुनौती दे रखी है।

किसने-किसकी बढ़ाई मुश्किलें

Advertisement

हारे प्रत्याशी – वर्तमान विधायक – क्षेत्र

Advertisement

कांग्रेस

सुमंत कुमार – हम के अनिल कुमार : टिकारी

Advertisement

गजानन शाही – जदयू के सुदर्शन कुमार- बरबीघा

विनय वर्मा – भाजपा की रश्मि वर्मा – नरकटियागंज

Advertisement

उमेश कुमार राम – जदयू के अशोक कुमार चौधरी- सकरा

रवि ज्योति कुमार – जदयू के कौशल किशोर- राजगीर

Advertisement

मोहन श्रीवास्तव- भाजपा के प्रेम कुमार – गया शहर

अंबिका यादव – राजद के सुधाकर सिंह – रामगढ़

Advertisement

राजेंद्र प्रसाद सिंह-लोजपा के राजकुमार सिंह

राजद

Advertisement

शक्ति यादव- जदयू के प्रेम मुखिया – हिलसा

रितु जायसवाल – भाजपा की गायत्री देवी – परिहार

Advertisement

राजेंद्र प्रसाद – जदयू के दामोदार रावत- झाझा

अविनाश विद्यार्थी – भाजपा के प्रणव कुमार- मुंगेर

Advertisement

अबु दोजाना – जदयू के दिलीप राय

विपिन कुमार मंडल- जदयू के गोपाल मंडल – गोपालपुर

Advertisement

सरोज यादव – भाजपा के राघवेंद्र प्रताप सिंह – बड़हरा

दिगंबर तिवारी – जदयू के संजीव कुमार – परबत्ता

Advertisement

भाजपा

मिथिलेश तिवारी – राजद के प्रेम शंकर प्रसाद-बैकुंठपुर

Advertisement

सचींद्र प्रसाद सिंह- राजद के मनोज यादव- केसरिया

जदयू

Advertisement

रंजू गीता – राजद के मुकेश यादव – बाजपट्टïी

श्याम बिहारी प्रसाद- राजद के शमीम अहमद – नरकटिया

Advertisement

महेंद्र राम – कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी – राजापाकर

निर्दलीय

Advertisement

अनिल कुमार सिंह – जदयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव -सुपौल

रवींद्र प्रसाद – राजद के अजय यादव – अतरी

Advertisement

ललितेश रंजन झा – भाजपा के विनोद नारायण झा – बेनीपट्टïी

बम शंकर चौधरी – राजद के भूदेव चौधरी

Advertisement

रहबर आबदीन – माले के महानंद सिंह अरवल

विधान परिषद

Advertisement

अवधेश कुमार सिन्हा – भाजपा के नवल किशोर यादव

आयोग के खिलाफ केस

Advertisement

विजय कुमार यादव

विश्वनाथ चौधरी

Advertisement

Related posts

योगी सरकार में नए साल का तोहफा,2 दिन में कुल 37 IAS और 28 PCS अफसरों के तबादले

Sayeed Pathan

उत्तर प्रदेश में 5200 लेखपालों की भर्ती का रास्ता साफ,,लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया

Sayeed Pathan

आर्थिक सर्वेक्षण : विकास के दावे खोखले ; बेरोजगारी, असमानता और कर्जदारी बढ़ी — किसान सभा*

Sayeed Pathan

एक टिप्पणी छोड़ दो

error: Content is protected !!