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स्वास्थ्य

मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत अब 84 नहीं, सिर्फ चार बीमारी का ही होगा इलाज

लखनऊ । मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत अब 84 नहीं बल्कि सिर्फ चार गंभीर बीमारी का ही इलाज हो सकेगा। चार बीमारी में कैंसर, किडनी प्रत्यारोपण, गंभीर लीवर रोग तथा एसिड अटैक के मरीज शामिल हैं। बाकी 80 तरह की बीमारियां जैसे हार्ट, एपेंडिक्स, प्लास्टिक सर्जरी, ब्रेन ट््यूमर, सीरियस हेड इंज्यूरी सहित अन्य बीमारी का इलाज नहीं होगा। दरअसल, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत बीपीएल कार्डधारी व जिनकी वार्षिक आय 72 हजार रुपये है, उन सभी को इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक की मदद मिलती थी। अब दिसंबर माह से यह योजना पूर्वी ङ्क्षसहभूम जिले में बंद हो गई है। जिसके कारण मरीजों की परेशानी बढ़ गई है।

जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार विभाग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को लाभ दिलाएं। लेकिन, यहां दिक्कत यह हो रही है कि अधिकांश लोगों के पास आयुष्मान कार्ड है हीं नहीं। जिसके कारण मरीजों की परेशानी लगातार बढ़ रही है। पहले आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों का वार्षिक आय सार्टिफिकेट के आधार पर इलाज के लिए फंड संबंधित अस्पतालों को भेज दिया जाता था लेकिन अब यह योजना बंद हो गई है।

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इलाज को दर-दर भटक रहे रोगी

सिंहभूम केंद्रीय वरिष्ठ नागरिक समिति के केंद्रीय अध्यक्ष शिवपूजन सिंह ने इस समस्या से विधायक सरयू राय सहित अन्य पदाधिकारियों को भी अवगत कराया है। उनके द्वारा मरीजों की सूची भी तैयार की गई है जिन्हें इलाज नहीं मिल पा रही है। शिव पूजन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना बंद होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। सभी लोगों के पास आयुष्मान कार्ड मौजूद नहीं है और विभाग की ओर से गंभीर बीमारी योजना बंद कर दी गई है। ऐसे में मरीजों को इलाज कैसे मिलेगा। उन्होंने मांग की है कि जबतक सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड नहीं बन जाता तब तक मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना चालू रखी जाए। ताकि गरीब मरीजों की जान इलाज के अभाव में नहीं जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वह जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से भी मिलेंगे।

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SourceJnn

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