Advertisement
उतर प्रदेश

केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को गाड़ी से कुचला, 6 की मौत, 08 घायल भीड़ ने गाड़ी जलाई

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में 6 किसानों की मौत हो गई है। प्रशासन के मुताबिक, इनमें से 2 की मौत गाड़ी से कुचलकर हुई, जबकि 4 की मौत गाड़ी पलटने से हुई। घटना में 8 किसान घायल भी बताए गए हैं। इस घटना के बाद गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ी समेत दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।

प्रशासन ने मारे गए किसानों की सूची जारी की
जिला प्रशासन ने लखीमपुर खीरी की घटना में मारे गए किसानों के नामों की सूची जारी की है। हालांकि, खीरी के DM अरविंद कुमार चौरसिया ने मारे गए 4 किसानों का ही ब्यौरा उपलब्ध कराया गया है..

Advertisement
  1. गुरविंदर सिंह, उम्र – 20 साल, निवासी ग्राम – मकरोनिया नानपारा
  2. दलजीत सिंह, उम्र – 35 साल, निवासी- बनजारा ठठ्ठा नानपारा
  3. नक्षत्र सिंह, उम्र – 65 साल, निवासी – नयापुरवा धौरहरा
  4. लवप्रीत सिंह, उम्र – 20 साल, निवासी – चौखड़ा फार्म मझगाई पलिया

6 किसानों की मौत की जानकारी मिलते ही भड़के लोग
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र और UP के डिप्टी CM केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपेड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपेड पर कब्जा कर लिया था।

Advertisement

इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्र और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। इसी दौरान काफिले में शामिल अजय मिश्र के बेटे आशीष ने अपनी गाड़ी किसानों पर चढ़ा दी। यह देखकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आशीष मिश्र की गाड़ी समेत दो गाड़ियों में आग लगा दी।

Advertisement

राकेश टिकैत गाजीपुर से लखीमपुर रवाना
मंत्री के बेटे आशीष की गाड़ी रोकने की कोशिश में एक महिला सिपाही समेत 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इधर, घटना की जानकारी मिलते मुख्यमंत्री योगी ने ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर भेजा है। ​रेंज IG लक्ष्मी सिंह भी लखनऊ से लखीमपुर के लिए रवाना हो गई हैं। इधर, BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी गाजीपुर बॉर्डर से लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं।

Advertisement

 

किसान यूनियन ने जिले के किसानों से अलर्ट रहने को कहा
इस घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी जिलों के किसानों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत के गाजीपुर से लखीमपुर खीरी पहुंचने के बाद किसान अगली रणनीति पर काम कर सकते हैं।

Advertisement

मिश्रा पहले भी किसानों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं
दरअसल, हेलिपेड पर कब्जा होने की जानकारी पाकर अजय मिश्र और केशव मौर्य लखनऊ से सड़क मार्ग से लखीमपुर जिला मुख्यालय पहुंचे थे। यहां योजनाओं का लोकार्पण करने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री हेलिकॉप्टर की बजाय गाड़ी से बनवारी गांव जा रहे थे। बनवारी गांव अजय मिश्रा का पैतृक गांव है। यहां कुश्ती प्रतियोगिता की शुरुआत करनी थी। प्रशासन ने बनवारी गांव के पास तनाव को लेकर पहले ही अलर्ट किया था।

दरअसल, किसान हफ्ते भर पहले दिए अजय मिश्र टेनी के एक बयान से आहत हैं। किसानों का कहना है कि मंत्री बनने के बाद अजय मिश्रा ने कहा था कि हम अपनी पर आ गए तो हम क्या कर सकते हैं? यह सब जानते हैं। अजय मिश्र ने यह बयान किसानों की तरफ से काले झंडे दिखाए जाने के बाद दिया था।

Advertisement

अजय मिश्र ने कहा था- सुधर जाओ वरना सुधार देंगे
दरअसल, बीते 26 सितंबर को किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र को लखीमपुर में संपूर्णानगर क्षेत्र में काले झंडे दिखाए थे। मिश्र एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से किसानों को धमकी दी थी। कहा था कि किसानों के अगुवा यानी संयुक्त किसान मोर्चा के लोग प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को 10 महीने हो गए।

Advertisement

काले झंडे दिखाने वालों के लिए आगे उन्होंने कहा कि अगर हम गाड़ी से उतर जाते तो उन्हें भागने का रास्ता नहीं मिलता। कृषि कानून को लेकर केवल 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। यदि कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा था कि सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो, वरना हम सुधार देंगे दो मिनट लगेंगे। विधायक-सांसद से बनने से पहले से लोग मेरे विषय में जानते होंगे कि मैं चुनौती से भागता नहीं हूं।

Advertisement

मुख्य कार्यक्रम स्थल का गेट बंद किया
किसानों के हंगामे को देखते हुए डिप्टी सीएम के मुख्य कार्यक्रम का गेट बंद कर दिया गया। भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात की गई। दरअसल, किसानों की तरफ से मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को काले झंडे दिखाने के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यह इंतजाम किया था।

Advertisement

Related posts

भाजपा सरकार की नाकामियों का परिणाम है मणिपुर की हिंसा- बृजलाल खाबरी

Sayeed Pathan

त्यौहारों के मद्देनजर शांति समिति की बैठक: जिलाधिकारी ने कहा आपसी सौहार्द एवं एक दूसरें की भावनाओं के आदर के साथ मनाये त्योहार

Sayeed Pathan

गैंगेस्टर मामले में मुख्तार अंसारी को मिली जमानत, जुर्माने पर भी रोक, पर सजा रहेगी बरकरार

Sayeed Pathan

एक टिप्पणी छोड़ दो

error: Content is protected !!