संतकबीरनगर। खलीलाबाद के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एमपीसीसी यूनिट के के द्वारा वर्षों से ज़हर उगलने और उससे आम जनमानस के स्वास्थ्य पर पड़ रहे असर को और नुकसान को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मानव कल्याण सेवा संस्थान नें शिकायत करते हुए कड़ी कार्यवाही और यूनिट को बंद कराए जाने की मांग की है।
बताते चलें कि एमपीसीसी यूनिट में जनपद समेत पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों के हॉस्पिटलों से मानव, कूड़ा-कचरा लेकर नष्ट किए जाने का कार्य होना होता है,जिससे मानव जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है, यहां तक कि यूनिट के आसपास के लोग भयंकर बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं ।
इस संबंध में संस्थान ने उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड व आयुक्त को रजिस्टर्ड पत्र के जरिए यह अवगत कराया है कि एमपीसीसी यूनिट मानकों के नियमों को ताक पर रखकर संचालित किया जा रहा है।
पत्र के जरिए बताया गया है कि यूनिट के सटे गांव में यूनिट से निकलने वाले प्रदूषण से लोग घातक बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं और धीरे-धीरे नई नई बीमारियां पनपती जा रही हैं, यह भी दर्शाया गया है कि यूनिट में अधिकतर लोगों को श्रम के नियमों को दरकिनार करके कार्य कराया जा रहा है जो गैर कानूनी है।
पत्र में यह हवाला दिया गया है कि पूर्व में भी हुए जांच में यूनिट के जिम्मेदार दोषी पाए जा चुके हैं और तमाम खामियां जांच में मिले हैं। दिए गए पत्र में कुल आठ बिंदुओं पर शिकायत करते हुए यूनिट के जिम्मेदारों पर सख्त से सख्त कार्यवाही और यूनिट को तत्काल बंद करवाए जाने की मांग की गई है।