बिजनौर । बिजनौर के ब्लोक नजीबाबाद ग्रामपंचायत मोचिपुरा जो अबतक मनरेगा में फर्जी जॉबकार्ड व नाले निर्माण और भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर चर्चाओं में थी लेकिन अब ग्रामीणों ने विकास में हुई धांधली का एक औऱ आरोप लगाया है।
बताते चले कि मोचिपुरा के दर्जनों लोगों ने प्रधान द्वारा किये गए विकास कार्ययो में हुए घोटाले की शिकायत जिला अधिकारी सहित कई जगहों पर शिकायत देकर उच्च स्तर पर जाँच की गुहार लगाई है जिसमें कहा गया है कि जो काम पंचायत में प्रधान द्वारा किया गया है उसमें लागत से ज्यादा के बिल पास करवाकर सरकारी पैसो का दुरुपयोग किया गया है जिसमें ग्रामीणों ने पंचायत घर व प्राधिमिक विद्यालय के लिए गए बिल सहित अपने एफिडेविट भी शिकायत पत्र के साथ समलिट किये
वही ग्रामीणों का कहना है कई बिल तो दुबारा पास किये गए है जिसकी जाँच होना चाहिए वहीँ कुच्छ छूट भईया जैसे कलम कारों के संगरस्क का होना भी बताया गया लेकिन अगर सूत्रों की माने तो ये चर्चा भी आम है की ग्रामप्रधान के साथ ओर भी कई लोग शामिल है यही नही बल्कि कुच्छ लोगों ने नाम उजागर न करने की शर्त कहा कि प्रधान के साथ अधिकारियों के सम्पर्क होने की वजह से किसीभी शिकायत की सही जाँच होना सम्भव नही है ।सायद इसी लिए ग्रामीणों ने ब्लोक से लेकर लखनऊ तक अपनी शिकायत ते भेजकर उच्च स्तर पर जाँच की गुहार लगाई है वैसे अगर देखा जाए तो ग्रामीणों के बार बार शिकायत पर भी कार्यवाही का न होना अपने आपमें एक बड़ा सवालिया निशान लगता है कि ग्रामीण पहले मनरेगा की शिकायत करते हैं और फिर तालाब की भूमि पर कब्जे की ऐसे ही नाला निर्माण को भी जई ने उखड़वाया दिया था वहीँ अब विद्यालय जैसी शिकायती पत्र वोभी शपथपत्र के साथ दिया जाना अजीबो गरीब है।