दिल्ली । विवादों में घिरे रहने वाले पंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। यति नरसिंहानंद ने महात्मा गांधी को हजारों हिन्दुओं का कातिल बता दिया और उन्हें अपशब्द भी कहें। वहीं मसूरी पुलिस ने उनके बयानों को संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
यति नरसिंहानंद ने कहा है कि मैं एक लाख लोगों के हस्ताक्षर करवा कर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करूंगा कि गांधी को जिसे पिता मानना हो माने लेकिन हम हिन्दू गांधी को कभी पिता नहीं मानेंगे। उन्होंने कहा कि संविधान में राष्ट्रपिता कोई पद नहीं है बल्कि कुछ पाखंडियों और चमचों ने उन्हें राष्ट्रपिता का पद दिया है।
यति नरसिंहानंद ने कहा कि वह पूरे भारत में अभियान चलाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की वजह से 100 करोड़ हिंदुओं के पास आज एक इंच अपनी जमीन भी नहीं है और उन्हीं की वजह से आज भी हमारे संत, महात्मा जेल जा रहे हैं।
उत्तराखंड के मसूरी थाने में तैनात उपनिरीक्षक डॉ. रामसेवक ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आपत्तिजनक टिप्पणी से उन्होंने महात्मा गांधी के चरित्र पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्हें अंग्रेजों व दूसरे समुदाय का दलाल बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यति नरसिंहानंद गिरी के बयान से समाज में शांति और कानून व्यवस्था भंग होने की संभावना है। मसूरी एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने कहा कि यति नरसिंहानंद गिरी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
यति नरसिंहानंद गिरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए और 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यति नरसिंहानंद गिरी इसके पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं। वह गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत भी हैं। उनके खिलाफ 13 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। हरिद्वार में पिछले वर्ष दिसंबर 2021 में धर्म संसद के दौरान हेट स्पीच पर वह एक महीने से ज्यादा जेल में बंद थे।