शिक्षक भर्ती घोटाले में बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में हैं। वहीं ईडी ने कोर्ट में बताया है कि प्राथमिक शिक्षक के पदों के लिए रोल नंबर वाले 48 उम्मीदवारों की सूची, भर्ती परीक्षाओं के लिए प्रवेश पत्र सहित ग्रुप डी स्टाफ की नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज और टीएमसी के एक पूर्व विधायक के लेटरहेड के तहत उम्मीदवारों की एक सूची पार्थ चटर्जी के घर से बरामद हुई है। इंडियन एक्सप्रेस को कोर्ट के रिकॉर्ड के अंतर्गत यह जानकारी मिली है।
अदालत के रिकॉर्ड में ईडी द्वारा अलग से दायर एक गिरफ्तारी ज्ञापन भी शामिल है। ज्ञापन में कहा गया है (रिश्तेदार / मित्र का नाम जिसे हिरासत में लिया गया वह व्यक्ति सूचित करना चाहता है) कि पार्थ चटर्जी ने 23 जुलाई को सुबह 1.55 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उनकी गिरफ्तारी के बाद चार बार फोन किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
कोलकाता जोनल ऑफिस के ईडी के जांच अधिकारी और सहायक निदेशक मिथिलेश कुमार मिश्रा द्वारा दायर ज्ञापन में दावा किया गया है कि पार्थ चटर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दोपहर 2.32 बजे, 2.33 बजे, 3.37 बजे और रात 9.35 बजे फोन किया। इसमें यह भी दावा किया गया है कि मंत्री पार्थ चटर्जी ने गिरफ्तारी ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।
ईडी की याचिका में कथित तौर पर पार्थ चटर्जी की सहयोगी और आरोपी अर्पिता मुखर्जी की अचल संपत्ति और कंपनियों से जुड़े दस्तावेज भी शामिल हैं। ईडी के अनुसार पार्थ चटर्जी एक विशेष मोबाइल नंबर के माध्यम से अर्पिता मुखर्जी के साथ नियमित संपर्क में थे। ईडी ने अपनी याचिका में यह भी आरोप लगाया है कि पार्थ चटर्जी प्राथमिक शिक्षकों, कक्षा 9-12 के सहायक शिक्षकों और ग्रुप डी के कर्मचारियों की ‘पैसे के बदले अवैध नियुक्ति’ में शामिल थे।
ईडी ने कोर्ट में बताया कि अनंत देब अधिकारी के लेटरहेड पर ग्रुप डी पद के उम्मीदवारों की सूची, समापती ठाकुर के गैर-शिक्षण कर्मचारियों (ग्रुप डी) के लिए तृतीय क्षेत्रीय स्तरीय चयन परीक्षा के प्रवेश पत्र, उच्च प्राथमिक शिक्षक के लिए रोल नंबर आदि के साथ 48 उम्मीदवारों की एक सूची भी प्राप्त हुई जो यह बताती है कि पार्थ चटर्जी ग्रुप डी स्टाफ की नियुक्ति में सक्रिय रूप से शामिल थे।
ईडी ने समापती ठाकुर की पहचान के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है। द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा संपर्क किए जाने पर मायागुरी के पूर्व टीएमसी विधायक और जलपाईगुड़ी में मयनागुरी नगरपालिका के वर्तमान अध्यक्ष अनंत देब अधिकारी ने कहा, “मुझे वह वर्ष याद नहीं है जब मैंने इन सिफारिशों को भेजा था। लेकिन मैंने विधायक के तौर पर कुछ नाम भेजे थे। उस समय ऐसा सभी विधायकों ने किया था। अन्य विधायकों की कुछ सिफारिशों को मंजूरी दे दी गई। लेकिन मेरी सूची को मंजूरी नहीं दी गई और सूची में किसी को भी नौकरी नहीं मिली। मुझे लगता है कि इसीलिए पार्थ चटर्जी के घर पर था।”
ईडी की याचिका के अनुसार, “विभिन्न परिसरों में तलाशी के दौरान अवैध संपत्ति के सृजन से संबंधित कई अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं, जिनका आरोपी व्यक्तियों के साथ सामना किया जाना है और पैसों की तलाशी भी की जानी है।”