प्रयागराज पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल अपहरण मामले में पुलिस खान शौलत हनीफ से पूछताछ के लिए पुलिस जल्द ही कोर्ट में रिमांड याचिका दाखिल कर सकती है.
उमेश पाल हत्याकांड मामले में प्रयागराज पुलिस ने जांच की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अतीक अहमद के वकील खान शौलत को आरोपी बनाया है. प्रयागराज के धूमनगंज थाना पुलिस ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने और शूटरों को मदद करने के मामले में अतीक अहमद के वकील को आरोपी बनाया है.
प्रयागराज डिप्टी पुलिस कमिश्नर सिटी दीपक भूकर ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड मामले की जांच के दौरान खान शौलत हनीफ के खिलाफ सबूत मिले हैं. दीपक भूकर ने बताया कि धूमनगंज थाने में आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत खान शौलत हनीफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
हत्या से पहले खान शौलत हनीफ ने असद को भेजी थी उमेश पाल की फोटो
प्रयागराज डिप्टी पुलिस कमिश्नर सिटी दीपक भूकर ने बताया कि जांच में पता चला है कि उमेश पाल की हत्या से पहले खान शौलत हनीफ ने अतीक के बेटे असद को उमेश पाल की फोटो भेजने के सबूत सामने आया है. प्रयागराज पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल अपहरण मामले में पुलिस खान शौलत हनीफ से पूछताछ के लिए पुलिस जल्द ही कोर्ट में रिमांड याचिका दाखिल कर सकती है.
बता दें कि प्रयागराज में 24 फरवरी को बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो गनर की गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी.
अतीक अहमद, शाइस्ता समेत कई लोगों के खिलाफ केस हैं दर्ज
उमेश पाल की हत्या के आरोप में प्रयागराज पुलिस ने 25 फरवरी को धूमनगंज थाना में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ, अतीक की बेगम शाइस्ता परवीन और उनके दो बेटों असद अहमद, अली अहमद और अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, शूटर गुलाम समेत नौ अन्य अतीक गैंग के साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
क्या है उमेश पाल हत्या मामला, जो अतीक के अंत की बनी वजह
बता दें कि बीते 28 मार्च को प्रयागराज की एक विशेष अदालत ने बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल अपहरण के 17 साल पुराने मामले में अतीक अहमद, खान शौलत हनीफ और दिनेश पासी को दोषी करार दिया गया. कोर्ट ने अतीक अहमद, खान शौलत हनीफ और दिनेश पासी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसके बाद अतीक अहमद को साबरमती जेल भेज दिया गया था, जबकि खान शौलत हनीफ और दिनेश पासी को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया था
मालूम हो कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ के लिए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया था. बीते 15 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल जे जाते वक्त तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है